मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

आज के युग में गणेश उत्सव पर बड़ी-बड़ी मूर्तियां बनाने का प्रचलन आम होता जा रहा है। वही सामाजिक संस्थाओं एवं पर्यावरण प्रेमी एवं पर्यावरण से जुड़े लोग अपने आचरण और व्यवहार से पर्यावरण संरक्षण का संदेश अपने घर से ही देकर इसकी शुरुआत करते हैं, ताकि दूसरों को इसका अनुसरण करने में सुविधा हो।ऐसा ही एक मामला बुरहानपुर के कर सलाहकार ललित ओ जैन के परिवार में देखने को मिला। बच्चों ने गणेश उत्सव के अवसर पर घर पर ही मिट्टी के गणेश जी की स्थापना की और आज अनंत चतुर्दशी पर घर पर ही विसर्जन किया। कर सलाहकार ललित ओ जैन ने बताया कि उनके परिवार में निशिका जैन और उदय जैन विगत तीन-चार वर्षों से गायत्री परिवार से मिट्टी की मूर्ति खरीद कर लाते हैं और उसकी स्थापना धर्म शास्त्रों के अनुसार करते हैं और घर पर ही धार्मिक विधि-विधान से मूर्ति का विसर्जन करते हैं। विसर्जन उपरान्त जो पानी बचता है वह पेड़ पौधों में डालकर पर्यावरण की रक्षा का संदेश भी देते हैं। निशिका और उदय की इस उपलब्धि की सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है।