रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

चुनावी मौसम के करीब आते ही दल बदल का दौर शुरू हो गया है।
मध्य प्रदेश में कई दिग्गज नेता कांग्रेस से भाजपा व भाजपा से कांग्रेस में जा रहे हैं।
इसी को लेकर बदनावर के पूर्व भाजपा विधायक भंवरसिंह शेखावत ने भी भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया।
शेखावत ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की उपस्थिति में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
शेखावत बदनावर विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी की ओर से टिकट मांग रहे थे।
किंतु वर्तमान विधायक व प्रदेश के उद्योग मंत्री राजवर्धनसिंह दतीगांव का सर्वे रिपोर्ट के आधार पर टिकट तय माना जा रहा है।
ऐसे में शेखावत ने नाराज़ होकर कांग्रेस का दामन थाम लिया।
शेखावत बदनावर के अलावा बड़नगर या देपालपुर विधानसभा सीट से भी टिकट की मांग कर रहे थे।
शेखावत के कांग्रेस में शामिल होने के बाद क्षेत्र की राजनीति में भी नए समीकरण बनेंगे।
शेखावत मूल रूप से इंदौर के रहने वाले है। 2013 में बदनावर आकर भाजपा की ओर से चुनाव लड़े थे।
इन्होंने कांग्रेस की ओर से उस समय दो बार के विधायक रहे राजवर्धनसिंह दत्तीगांव को हराया था। 2018 में पार्टी ने फिर से शेखावत को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा।
किन्तु कई स्थानीय नेताओं ने मिलकर यहां के भाजपा नेता राजेश अग्रवाल को निर्दलीय चुनाव लड़वा दिया था।
2018 में कांग्रेस के दत्तीगांव फिर से चुनाव जीतकर विधायक बने।
दत्तीगांव ने शेखावत को 2018 में करीब 41 हजार वोट से हराया था। 2020 में कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में प्रदेश के 22 विधायक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
उनमें दत्तीगांव भी शामिल थे। दत्तीगांव के शामिल होने के बाद दत्तीगांव भाजपा के प्रत्याशी बनकर उप चुनाव में विधायक बने।
उसी समय से शेखावत नाराज़ चल रहे थे।
उनकी नाराज़गी तब ओर बढ़ गई थी। जब भाजपा ने 2018 में उनके खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़े अग्रवाल को वापस पार्टी में शामिल करवाकर उन्हें राज्यमंत्री बनवा दिया था।
संभावना है कि कांग्रेस में शामिल होने के बाद शेखावत को कांग्रेस बदनावर से अपना प्रत्याशी बना सकती है।
इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के संभावित प्रत्याशी राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव का एक बार फिर से मुकाबला कांग्रेस के शेखावत से होगा।
कांग्रेस के अन्य दावेदारों का टिकिट खतरे में
शेखावत की कांग्रेस में एंट्री के बाद यहां से टिकट की मांग कर रहे अन्य कांग्रेस नेताओं के टिकट पर अब संकट खड़ा हो गया है।
लंबे समय से टिकट की मांग कर रहा है कांग्रेस के नेता डॉक्टर अभिषेक सिंह राठौड़ टिंकू बना, शरदसिंह सिसोदिया, हरिनारायण सिंह पवार, मनीष बोकाडिया के अलावा प्रभा बालामुकुंद सिंह गौतम आदि भी सक्रिय थे।