वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
रमियाबेहड़ के गांव बैरिया में संक्रामक रोगों के फैलने की सूचना पर सीएमओ द्वारा एक टीम भेजकर जांच कराई गई। जिसमें 16 मरीज चिकन पॉक्स से पीड़ित पाए गए। वहीं कमाल अहमद की मृत्यु को लेकर टीम द्वारा जो जानकारी इकट्ठा की गई जिसमें पता चलता है कि कमाल का इलाज गांव के ही झोलाछाप डॉक्टर से कराया गया, हालत बिगड़ने पर उसे झोलाछाप डॉक्टर द्वारा रेफर कर दिया गया जहां रास्ते में उसकी मृत्यु हो गई।
सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता ने बताया कि सीएचसी रमियाबेहड़ के गांव बैरिया में संक्रामक रोगों के फैलने की सूचना मिली साथ ही वहां के निवासी कमाल अहमद (35) पुत्र इक़बाल की मृत्यु चिकन पॉक्स से होने की सूचना मिली। जिस पर उनके द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. अनिल वर्मा, मेडिकल ऑफिसर डॉ एस चंद्रा, फार्मासिस्ट वेद प्रकाश और वार्ड बॉय अखिलेश सहित एएनएम शीला मौर्य व आशा ननकई देवी सहित 6 सदस्य टीम को गांव में जांच के लिए भेजा गया। जहां पर टीम द्वारा करीब 27 लोगों की जांच की गई। जिसमें 16 मरीज चिकन पॉक्स के मिले, जिन्हें दवाइयां दी गईं। वहीं मृतक कमाल अहमद के घर पर टीम ने जाकर जानकारी की तो घरवालों ने बताया कि मृतक कमाल अहमद को 7 दिन पहले से बुखार आया था। उसके अगले दिन पूरे शरीर पर बड़े-बड़े दाने पड़ गए थे। जिसका इलाज घरवालों द्वारा झोलाछाप चिकित्सक से कराया गया। हालत बिगड़ने पर झोलाछाप चिकित्सक ने लखीमपुर रेफर कर दिया। जहां से रास्ते में लाते समय उसकी मौत हो गई। वहीं जांच टीम को कमाल अहमद के घर में चिकन पॉक्स का कोई मरीज नहीं मिला है। उपरोक्त जानकारी के अनुसार कमाल अहमद की मौत दवाओं के दुष्परिणाम या सेप्टीसीमिया से होना प्रतीत होता है साथ ही उन्होंने यह भी अपील की कि सदैव योग्य और प्रशिक्षित चिकित्सक से ही इलाज करवाएं।
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