रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप), NIT:
धार्मिक धाम उज्जैन के महाकाल मन्दिर में हुए लोक घोटाला को मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार का सबसे बड़ा पाप बताते हुए कमीशन खोरी के चलते बड़े भ्रष्टाचार का आरोप प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व केंद्रीय मंत्री झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया ने लगाते हुए कहा कि महाकाल परिसर में ऋषियों की मूर्तियां व परिसर के काया कल्प का बीड़ा कांग्रेस शासन काल में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 300 करोड़ की योजना न केवल स्वीकार की थी बल्कि बजट आवंटन का प्रावधान भी कर दिया था। यदि कांग्रेस सरकार रहती तो इतनी ही राशि में गुणवत्ता वाला बेहतर निर्माण हो जाता परंतु शिवराज सरकार ने ₹800 करोड़ खर्च कर गुणवत्ता हीन निर्माण करवाकर वहां भारी भ्रष्टाचार कर ऐसा निर्माण करवाया जो हवा में ही निर्माण की पोल खुल गई। घटिया निर्माण को देखकर लगता है कि 50% नहीं 80% कमीशन खोरी की गई है। भाजपा की शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार की पोल 7 माह में ही जनता के समक्ष आ गई। निर्माण अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है, यह एक महापाप घोटाला है। मूर्ति निर्माण की सामग्री में चीन निर्मित सामग्रियों का उपयोग कर बेहद गुणवत्ता हीन सामग्रियों का इस्तेमाल कर घटिया स्तर पर निर्माण किया गया। हम महाकाल लोक घोटाले में भाजपा के कारनामों को मध्य प्रदेश की जनता के समक्ष लेकर आए हैं, सिलसिलेवार इन तथ्यों को जानने पर सब को पता चल जाएगा कि महाकाल की महिमा का भव्य निर्माण करने का संकल्प कमलनाथ जी का ही था और महाकाल लोक के नाम खुद का प्रचार करने और जमकर घोटाला करने का संकल्प कमीशन राज मामा का था।
भूरिया ने कहा कि ध्वस्त सप्त ऋषि मुनियों की मूर्तियों को अगर मरम्मत कर उन्हें फिर स्थापित किया जाएगा तो यह क्या शास्त्र सम्मत है? क्या सनातन धर्म में खंडित मूर्तियों की स्थापना और उनके पूजन का प्रावधान है? क्या कथित भाजपा सरकार को यह भ्रष्टाचार करने का अति ज्ञान प्राप्त है? भाजपा के शिवराज सिंह चौहान को धर्म शास्त्रों का अध्ययन करना चाहिए, बिना जांच किए ही घोटाले बाजों को क्लीन चिट देकर शिवराज सरकार ने खुद को घोटाले का सूत्रधार साबित किया है।
महाकाल लोक का उद्घाटन प्रधानमंत्री ने किया था लेकिन घोटाले पर उनकी चुप्पी उनकी भूमिका पर भी सवाल खड़े करती है। महाकाल लोक में हुए घोटाले की उच्चस्तरीय जांच हाईकोर्ट के वर्तमान न्यायाधीश से कराए जाने की मांग आज कांग्रेस कर रही है। वहीं उड़ीसा में हुई रेल दुर्घटना में सैकड़ों की जान चली गई केंद्र सरकार को दुर्घटना की जवाबदारी लेना चाहिए और रेलवे मंत्री पद से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।
आयोजित पत्रकार वार्ता में जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश रांका प्रदेश कांग्रेस महासचिव निर्मल मेहता पूर्व विधायक जेवियर मेडा संभागीय कांग्रेस प्रवक्ता साबिर फिटवेल जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष रूप सिंह डामोर विनय भाबर जितेंद्र शाह, गोपाल शर्मा, हेमेंद्र बबलू कटारा आदि उपस्थित थे।
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