विवेक जैन, बागपत (यूपी), NIT:
जनपद बागपत में ईसाई समुदाय द्वारा ईस्टर का पर्व बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बागपत के ललियाना स्थित प्राचीन चर्च में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें फादर पीटर प्रकाश द्वारा प्रार्थना करायी गयी। ईसा मसीह में विश्वास रखने वाले और उनकी शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार करने वाले ललियाना निवासी बिजेन्द्र ने बताया कि गुड़ फ्राइडे पर ईसा मसीह को सूली पर चढ़ा देने के बाद ईसा मसीह तीसरे दिन जीवित हो गए थे, इसी तीसरे दिन को ईस्टर नाम दिया गया और यह दिन ईसा मसीह में विश्वास रखने वालों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और खुशी का दिन होता है। बताया कि ईस्टर के दिन से अगले 40 दिनों तक प्रभु ईसा मसीह ने परमपिता परमेश्वर में अटूट विश्वास और श्रद्धा रखने वाले और उनकी बातों को जन-जन तक पहुॅंचाने वाले शिक्षकों, कार्यकर्त्ताओं, शिष्यों को दर्शन दिये और परमपिता परेश्वर द्वारा दिये गये संदेशों को उन तक पहुॅंचाया और समाज में अमन और शांति बनाये रखने के लिए उनका मार्गदर्शन किया। बताया कि ईस्टर से पहले दिन शनिवार को ईसा मसीह के आगमन के इंतजार में चर्चो व घरों में विशेष प्रार्थनाएं की जाती है और घरों को रंगबिरंगी लाईटों व मोमबत्तीयों की रोशनी से जगमग करते है, एक दूसरे को बधाईयां देते है और खुशियों को एक दूसरे के साथ साझा करते है। बताया कि ईसा मसीह के फिर से जीवित होने से लोगो में विश्वास की नई उम्मीदें जगी और ईश्वर में विश्वास मजबूत हुआ। बताया कि ईस्टर का पर्व अच्छे दिनों की शुरूआत और नए जीवन का संदेश देता है। इस अवसर पर अमीचंद, सोहनलाल, रोहताश, पालू, पीटर जोहन सहित अनेकों लोग उपस्थित थे।
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