राकेश यादव, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
कृषि उपज मंडी देवरी में वर्ष 2019 में प्याज भावांतर योजना में करोड़ों रुपए के तथाकथित फर्जी दस्तावेज घोटाले में जांच के बाद देवरी पुलिस थाने में मंडी कर्मचारियों और सब्जी व्यापारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई थी जिसमें 25 लोगों पर मामला दर्ज किया गया था लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी. तीन साल बाद जब पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सागर जिले की समीक्षा बैठक में लंबित मामलों में एसपी को कार्यवाही के निर्देश दिए जिस पर देवरी थाना प्रभारी आशीष शर्मा ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 8 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जिसमें सात सब्जी व्यापारी एवं एक कंप्यूटर ऑपरेटर शामिल है। जिन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उसमें अजय सिंह रजक 30 वर्ष निवासी रहली कंप्यूटर ऑपरेटर, इसके अलावा सब्जी व्यापारी फूल सिंह पिता छोटेलाल पटेल उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम डोंगरसलेयां, परसोत्तम लोधी उम्र 37 वर्ष निवासी पृथ्वी वार्ड देवरी, देवेंद्र पटेल 41 वर्ष निवासी बेलढाना, देवकीनंदन पिता कन्हैया लाल पटेल उम्र 35वर्ष बाजार वार्ड निवासी देवरी, राजेंद्र पिता विजय सिंह छीपा 52 वर्ष निवासी सुखचेंन वार्ड,अनुराग पटेल उम्र 33 वर्ष निवासी समनापुर सेठ, प्रताप पिता बाबू सिंह लोधी 52 वर्ष निवासी बेलढाना के नाम शामिल हैं।
जिन पर 6 जनवरी 2020 को तत्कालीन मंडी सचिव रामचरण ठाकुर द्वारा कथित प्याज घोटाले में धारा 420, 467, 468, 471, 34 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज कराया गया था। इस मामले में अभी 9 मंडी कर्मचारी, 8 सब्जी व्यापारी फरार चल रहे हैं। थाना प्रभारी आशीष शर्मा ने बताया कि जिन लोगों के नाम पर अपराध दर्ज है उनकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। एक कर्मचारी और सब्जी व्यापारी चल रहे हैं फरार जिनमें तत्कालीन मंडी सचिव संतोष दुबे एएसआई कैलाश दुबे, एएसआई बृजेश कुमार तिवारी, एएसआई अशोक कुमार ठाकुर, एएसआई आनंद मेहर, जयंत पांडे, अभिलाष सोनी, हरीकृष्ण, ए एस आई इरफान खान, एवं व्यापारी फर्म रोशनी, फार्म सरमन किसान एंड कंपनी, जय गुरुदेव फर्म एंड ट्रेडिंग कंपनी, परी ट्रेडिंग कंपनी ,फर्म हरि ओम ट्रेडर्स, फर्म कृतिका फल सब्जी ट्रेडिंग, फर्म श्री लक्ष्मी ट्रेडर्स, फर्म कुशवाहा ट्रेडर्स इन सभी के संचालक शामिल हैं।
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