अबरार अहमद खान/मुकीज़ खान, भोपाल (मप्र), NIT:
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में युवा कांग्रेस मीडिया विभाग द्वारा एक पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया जिसमें मप्र युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के चैयरमेन विवेक त्रिपाठी ने प्रदेश की भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए प्रदेश के युवाओं को छलने वाली सरकार बताया. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने अब तक के इतिहास में सर्वाधिक बेरोजगारी के स्तर को छू लिया है फिर भी शिवराज मामा द्वारा प्रदेश सरकार के कई विभागों में रिक्त पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया को शुरू ना करना बेरोजगारी के दंश को झेल रहे प्रदेश के लाखों युवाओं के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा प्रतीत होता है।
त्रिपाठी ने सरकारी आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि आज मप्र के रोजगार कार्यालय में लगभग 35 लाख बेरोजगार युवा पंजीकृत हैं, चिंता का विषय यह है कि अगर परीक्षण किया जाए तो शिक्षित वा अशिक्षित मिला कर इस से दुगनी संख्या में मध्यप्रदेश का बेरोज़गार युवा दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर है परन्तु शिवराज मामा अपनी इन सभी कमियों पर पर्दा डालने के लिए नित्य नई योजनाओं का शुभारंभ करने में व्यस्त है।
सेंटर फार मोनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के आंकड़ों के अनुसार भाजपा के पन्द्रह साल के शासनकाल में बेरोजगारी दर 7.1% रही जो की कमलनाथ सरकार के समय नीचे गिरकर 4.2% तक पहुंच गई थी परन्तु शिवराज सरकार की युवा विरोधी नीतियों के कारण बेरोजगारी दर पुनः सर्वाधिक 8.1% पर पहुंच गई है। मप्र में परिक्षा आयोजित कराने वाली संस्था पीईबी से पर्चा लीक होने के कारण पांच परीक्षा स्थगित की जा चुकी हैं जिसमें दोषियों पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। पटवारी पद पर भर्ती के लिये आयोजित होने वाली परीक्षा सन् 2017 के बाद आयोजित नहीं की गई साथ ही पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2020 से दो बार स्थगित की जा चुकी है जिसका तीसरी बार प्रवेश पत्र जारी हुआ है।। बेरोजगारी दर बढने का असर परिवारों पर दिखने लगा है. स्कूल शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 6 लाख से अधिक बच्चों ने स्कूल जाना ही छोड दिया है।
त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया की शिवराजसिंह चौहान जी द्वारा विगत माह प्रारंभ की गई मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना वास्तविकता में सिर्फ उधारी पत्र बाँटने तक सीमित है इस से प्रदेश के युवाओं को सिर्फ कर्जे का आदी बनाना चाहती है, इस से पूर्व भी शिवराज सरकार द्वारा मुख्यमंत्री युवा उद्यमी, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी जैसी अनेकों योजनाओं का भी गाजे-बाजे के साथ शुभारंभ किया गया था जो वर्तमान में बजट के अभाव में ठप हो चुकी है, जिसे वर्तमान में भाजपा सरकार द्वारा बंद कर दिया गया है, जिसके चलते प्रदेश के युवाओं का मनोबल क्षीर्ण हुआ है और सरकार पर से भरोसा उठा है. शिवराज जी अगर अपनी इन योजनाओं की जांच कराएं तो आपको लाभार्थी तो कम इस से पीड़ित युवा ज्यादा प्राप्त होंगे।
शिवराज सरकार वास्तव में अगर प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के भविष्य को लेकर चिंतित है तो प्रदेश के कई महत्वपूर्ण विभाग उदाहरण स्वरुप, स्वास्थ, राजस्व, गृह, स्कूल शिक्षा, जेल, पंचयत एवं ग्रामीण, जल संसाधन, उच्च शिक्षा, सहकारिता, महिला एवं बाल विकास, चिकित्सा एवं तकनीकी शिक्षा आदि विभागों में रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करें जिसकी आपके द्वारा समय समय पर कोरी घोषणा की जाती रही है, साथ ही कई वर्षो से भर्ती प्रक्रिया ना होने से कई अभ्यर्थियों ने आयु सीमा को पार कर लिया है उन्हें आपकी इस प्रशासनिक गलती की सजा से मुक्त करते हुए आयु सीमा में छुट दी जाये.
त्रिपाठी ने प्रदेश में बढती महंगाई पर ध्यान आकर्षित करते हुए बताया की शिवराज सरकार की गलत आर्थिक नीतियों का खामियाजा आज प्रदेश के छात्रों को भुगतना पड़ रहा है. वर्तमान में प्रदेश में अध्यनरत पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को प्रदान की जाने वाली छात्रवृति अनियमित या कई जगह प्राप्त नहीं हो पा रही है. जानकारी लेने पर ज्ञात होता है की इस समस्या के निराकरण हेतु पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा 1200 करोड़ रूपये की राशि चाही गई थी परन्तु मप्र भाजपा सरकार के वित्त विभाग द्वारा सिर्फ 100 करोड़ रूपये ही स्वीकृत किये जा सके हैं ये शिवराज सरकार के असली चाल, चरित्र और चेहरे को उजागर करता है की शिवराज जी की प्राथमिकता नया हवाई जहाज है ना की प्रदेश का जरूरतमंद छात्र, युवा कांग्रेस मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्रीजी से आग्रह करती है की इन छात्रों की शेष राशि का तत्काल भुगतान करवाना सुनिश्चित करें।
पत्रकारवार्ता में प्रमुख रूप से प्रदेश सचिव अनिल मिश्रा, जिला उपाध्यक्ष आकाश चौहान एवं सोनल नायक उपस्थित रहे।
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