यूसुफ खान, ब्यूरो चीफ, धौलपुर (राजस्थान), NIT:
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आर.पी. सिंह के आह्वान पर राजस्थान सहित भारत के 7 राज्यों में कल संविधान दिवस मनाया गया. राजस्थान में प्रत्येक जिले में संविधान दिवस जिला मुख्यालय पर मनाया गया। धौलपुर जिला मुख्यालय पर यह कार्यक्रम अंबेडकर पार्क, अंबेडकर नगर धौलपुर में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय महासचिव मांगीलाल भूतिया उपस्थित रहे और अध्यक्षता रोशन लाल बौद्ध प्रवक्ता के द्वारा की गई। धौलपुर में अतिथियों द्वारा बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर, तथागत गौतम बुद्ध की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई। संविधान दिवस पूरे भारत में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन 26 नवंबर 1949 को संविधान प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा संविधान सभा में लिखित संविधान प्रस्तुत किया गया था, उस संविधान को आज ही के दिन पारित किया गया था और उसे 26 जनवरी 1950 से लागू किया गया। संविधान सभा में पारित होने वाले दिवस को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। संचालन युवा जिला अध्यक्ष जयपाल सिंह द्वारा किया गया. जिला अध्यक्ष कमल किशोर, संरक्षक राम हेत सिंह, मुख्य प्रवक्ता रोशन लाल बौद्ध, मीडिया प्रभारी जोगिंदर सिंह सागर मुख्य सलाहकार बृजेश व्यास सेवानिवृत्त एसीएम रामस्वरूप जी कार्यकारी जिलाध्यक्ष हजार रामनाथ मेहरा, मोतीलाल धौर्य राम रूप बर्मा, संभाग प्रभारी प्रहलाद दिवाकर, जिला प्रवक्ता जाग अप्पूसोने माता प्रसाद जल सिंह नेहरा राजवीर पहाड़िया डॉ रतन सिंह संदीप सिंह मुकेश राजौरा आदि के द्वारा संविधान की अच्छाइयों पर अपने उद्बोधन दिए गए। राष्ट्रीय महासचिव मांगीलाल भूतिया द्वारा राज्य सरकार के आदेश से पूरे राजस्थान में समस्त विद्यालयों , सभी कार्यालयों में ऑटोनॉमस बॉडीज में, छात्रावासों में संविधान दिवस को मनाने की पहल को सराहा। साथ ही संविधान की मूल उद्देशिका का वाचन कराया गया, मूलभूत कर्तव्य, मौलिक अधिकार आदि के बारे में चर्चा की गई। अन्य पदाधिकारियों ने भी संविधान दिवस पर संविधान के विभिन्न अच्छाइयों, दुनिया में सबसे महान और सबसे बड़े संविधान के बारे में अपने विचार व्यक्त किए। साथ ही राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में भी अवगत कराया गया।
एबीएसएस की पहल पर गत बैठक में पुस्तकालय संचालन के लिए गए निर्णय को परिपूर्ण करते हुए गरीब छात्र छात्राओं को कंपटीशन की तैयारी हेतु निशुल्क पुस्तक मंगवा ली गई है, उन्हें विधिवत रूप से बच्चों को जारी कर उन्हें तैयारी करने में मदद करने की पहल की सभी लोगों ने सराहना की। साथ ही महापुरुषों के जीवन संघर्ष और उनके कृतित्व, व्यक्तित्व पर आधारित पुस्तकों को ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर देख कर उनके आधार पर प्रतियोगिता कराना और उन्हें पारितोषिक दिए जाने पर विचार किया गया।
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