वी.के.त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
शनिवार को डीआईओएस ओपी त्रिपाठी ने खीरी की अभिनव पहल “मिशन पहचान” के तहत राजकीय व अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य संग बच्चों केे सम्प्राप्ति स्तर का विद्यालय स्तरीय मूल्यांकन कराने हेतु एक जरुरी बैठक की। बैठक में डीआईओएस ओपी त्रिपाठी ने बताया कि मिशन पहचान के तहत 30 अक्टूबर को शैक्षिक सत्र 2021-22 के बच्चों केे शैक्षिक स्तर का विद्यालय स्तरीय मूल्यांकन होगा। यह मूल्यांकन 30 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे से 12 बजे ( 60 मिनट) तक सभी राजकीय व अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों पर अनिवार्य रूप से आयोजित की जाए।
उन्होंने बताया कि सम्प्राप्ति स्तर के मूल्यांकन हेतु कक्षा-6 से कक्षा-12 में कुल 50 बहुविकल्पी प्रश्न होंगे, जिसमें से कोई एक विकल्प, उत्तर के रूप में सही होगा। प्रत्येक प्रश्न का मूल्यांकन 02 अंकों पर होगा। परीक्षा आयोजन हेतु राजकीज व अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय में प्रत्येक कक्षा हेतु कम से कम एक अध्यापक-अध्यापिका की व्यवस्था रखी जायेगी। जिन विद्यालयों में उपरोक्तानुसार अध्यापक की उपलब्धता नहीं होगी, वहॉ सम्बन्धित ब्लाक नोडल अधिकारी अस्थायी रूप से निकटस्थ विद्यालय से अध्यापक की व्यवस्था कक्षा-कक्ष मे होगी। प्रश्न पत्र प्रत्येक विद्यालय पर परीक्षा की तिथि को एक घण्टे पूर्व प्रातः दस बजे जिला मुख्यालय से प्रधानाचार्य के बने व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए उपलब्ध कराया जायेगा। विद्यार्थियों को परीक्षा में कक्षावार पृथक-पृथक कमरे में बैठाया जायेगा। यथासम्भव परीक्षा सीसीटीवी कैमरे युक्त कक्षा-कक्ष मे होगी। परीक्षा हेतु नामित कक्षाध्यापक द्वारा प्रश्नों को ब्लैकबोर्ड पर प्रश्न पत्र में अंकित क्रमानुसार जैसा है वैसा ही लिखा जायेगा, जिसका उत्तर विद्यार्थी की अपने ओएमआर शीट पर प्रश्न के सम्मुख अंकित बहुविकल्प (A/B/C/D) पर किसी एक विकल्प पर पेन से गोले को रंगते हुए देना होगा। प्रश्नों को हल करने के लिए विद्यार्थियों को उत्तर पत्रक (ओएमआर शीट) के अनुसार पूर्वाभ्यास करा लिया जाय। परीक्षा समाप्ति के आधे घण्टे पश्चात् प्रश्न पत्रों के उत्तर व्हाट्सएप से विद्यालयों पर उपलब्ध कराये जायेंगे, जिसके आधार पर कक्षाध्यापक मूल्यांकन करेगें। इसके बाद परीक्षार्थियों के नाम, कक्षा, प्राप्तांक के आधार पर टेबुलेशन चार्ट दो प्रतियों में तैयार होगा, जिसकी एक प्रति उसी दिन सांय चार बजे तक सम्बन्धित ब्लाक के नोडल अधिकारी को उपलब्ध कराना जरूरी है। विद्यार्थियों के प्रदर्शन पर अपेक्षाकृत न्यूनअधिगम स्तर वाले विद्यार्थियों के लिए यथावश्यक ब्रिज कोर्स/ उपचारात्मक शिक्षण /अतिरिक्त कक्षाएं संचालित किया जाये। बच्चों के अधिगम स्तर के मूल्यांकन की प्रक्रिया में बच्चों के साथ-साथ शिक्षक व विभाग की पहचान भी जुड़ी हुई है। अस्तु परीक्षा व मूल्यांकन प्रक्रिया की सुचिता-पवित्रता बनाये रखा जाये। जिन विद्यालयों में बच्चों की गुणवत्ता उत्कृष्ट होगी, उन विद्यालयों की प्रसंशा के साथ-साथ टीम विजिट भी किया जायेगा। प्रत्येक कक्षा के परीक्षा हेतु पाठ्यक्रम विगत कक्षा से सम्बन्धित 80 प्रतिशत पुनरावृत्ति होगी तथा 20 प्रतिशत वर्तमान कक्षा के पाठ्यक्रम से होगा। प्रधानाचार्य द्वारा मूल्यांकन तिथि को नामांकन के सापेक्ष शतप्रतिशत विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित किया जाये।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.