मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
महत्वपूर्ण घटनाक्रम में कल भारत निर्वाचन आयोग द्वारा खंडवा संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव सहित अन्य 3 विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के साथ ही कल से आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। निर्वाचन आयोग के द्वारा घोषित कार्यक्रम अनुसार 1 अक्टूबर को इसकी अधिसूचना जारी होगी। 11 अक्टूबर तक नामांकन भरे जाएंगे, 13 अक्टूबर को नाम वापसी होगी और 30 अक्टूबर को मतदान होगा और 2 नवंबर को नतीजों की घोषणा होगी। इस सम्बंध में जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह एवं पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढा ने संयुक्त रूप से प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि खंडवा संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभाओं में से बुरहानपुर विधानसभा 303762 मतदाता तथा नेपानगर विधानसभा के 245163 मतदाता ऐसे कुल बुरहानपुर जिले के 548925 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग 813 मतदान केन्द्रों के माध्यम से करेंगे। इस के लिए सभी अवश्यक तैयारीयां कर ली गई हैं। कलेक्टर बुरहानपुर श्री प्रवीण सिंह ने बताया कि कोविड 19 प्रोटोकॉल के तहत प्रत्याशी बंद हाल में पांच सौ से अधिक लोगों की सभा नही ले सकेंगे। वहीं खुले मैदान में स्टार प्रचारकों की सभा में एक हजार से अधिक लोगों की भीड नहीं होगी। कार्नर मीटिंग तथा डोर टू डोर मीट में पचास लोगों से अधिक शामिल नहीं हो सकेंगे। इन नियमों का पालन नहीं करने वाले प्रत्याशी को भविष्य में किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं दी जाऐगी, ऐसे निर्देश चुनाव आयोग ने जारी किए हैं। इस के साथ ही चुनाव लडने वाले प्रत्याशी कोई रोड शो नहीं कर सकेंगे साथ ही बाईक रैली पर भी प्रतिबंध होगा। जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह ने मीडिया को जानकारी में बताया की आचार संहिता लागू होने के साथ ही संपत्ति विरूपण अधिनियम के तहत भी कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। सभी पब्लिक प्लेसेस (सार्वजनिक स्थानो) पर लगे राजनैतिक पपार्टियों के बोर्ड होर्डिंग आदि को हटाने का काम जारी है। खंडवा संसदीय क्षेत्र कि यह सीट दिवंगत भाजपा सांसद एवं लोकप्रिय नेता नंदकुमार सिंह चौहान नंदू भैया के आकस्मिक निधन के कारण रिक्त हुई है। इस रिक्त सीट पर उपचुनाव की घोषणा निर्वाचन आयोग द्वारा की गई है। खंडवा संसदीय क्षेत्र की 8 विधानसभा क्षेत्रों के 19 लाख से अधिक मतदाता 30 अक्टूबर को अपने मताधिकार का उपयोग कर वोट डालेंगे। प्रदेश की भाजपा सरकार और उसके मुखिया सहित पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, पार्टी के अनेक पदाधिकारियों और अनेक मंत्रियों ने लोकसभा उपचुनाव की घोषणा के पूर्व इस क्षेत्र के कोने कोने का दौरा करके चुनाव की तैयारी पूर्ण कर ली है। लोकसभा उपचुनाव के लिए और पार्टी के बड़े से बड़े नेता ने चुनाव की घोषणा के पूर्व यहां का दौरा करके यहां के माहौल को भाजपा के पक्ष में बनाने और भुनाने का पूरा प्रयास किया है। भाजपा इस सीट को अपने पाले में रखना चाहती है और यह सीट गवाना नहीं चाहती। लोकसभा उपचुनाव में भाजपा के अनेक उम्मीदवार आस लगाए बैठे हैं कि पार्टी उन्हें टिकट देगी। लेकिन मुख्य रूप से पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं भाजपा प्रवक्ता श्रीमती अर्चना चिटनीस दीदी और सांसद पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान का नाम सबसे आगे है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्षेत्र का दौरा करते हुए इशारो इशारो में हर्षवर्धन सिंह चौहान के नाम को आगे बढ़ाएं हैं इस लिहाज से उम्मीद है कि पार्टी उन्हें टिकट दे सकती है। वही कांग्रेस की ओर से मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव का नाम सर्वोपरि माना जा रहा है। अब देखना यह है कि दोनों पार्टियां किसे उम्मीदवार घोषित करती है, उसके बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी। इस सीट को जीतने के लिए भाजपा अपनी पूरी ताकत झोंकने को तैयार है। राजनीतिक राजनैतिक पंडितों के मुताबिक यह चुनाव 1979 के उप चुनाव के जैसा ही माना जा रहा है। यह चुनाव कांग्रेस विरुद्ध सत्ता (मध्यप्रदेश शासन) के बीच माना जा रहा है।
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