संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:

प्रदेश की जांबाज, होमगार्ड विभाग की प्रथम अधिकार समाजिक विचारधारा व सत्य के प्रति समर्पण भाव स्वार्थ से परे सोचकर त्याग कर, समाज की आवाज, त्याग की मूर्ति, लेडी सिंघम, कोरोना काल में जब लोग घरों में रहकर बैठे वहीं ग्वालियर की सड़कों पर एक ही नाम हर किसी के नाम आता जो कि लोगों की सेवा में दिन रात जुटे रहकर व्यक्तिगत व गोपाल किरन समाजसेवी संस्था के साथ जुड़कर मानवता को सर्वोपरि रखकर सेवारत रहकर कार्य कर रही थी वह थीं श्रीमती संगीता शाक्य (1995) जी कोरोना (Covid-19) महामारी में उतपन्न संकट के दौरान सराहनीय एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाले होमगार्ड अधिकारियों को कर्मवीर योद्धा पदक एवं प्रमाण पत्र प्रदान किये जाने की स्वीकृति शासन गृह (पुलिस) विभाग मंत्रालय भोपाल ने दी।
इसके साथ ही अतिरिक्त्त पुलिश महानिदेशक, पी.टी.आर.आई श्री डी.सी. सागर, अपर आयुक्त नगर निगम, के.एस. परिहार सहित अन्य लोगों को दिया गया है। श्रीमती संगीता शाक्य जी ने वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के दौरान ड्यूटी करते हुए अपने उत्तरदायित्वों को निर्वाह करते हुऐ सेवा करती रहीं, यही नहीं इस वर्ष भी। यह सम्मान मिलने पर गोपाल किरन समाजसेवी संस्था के अध्यक्ष श्रीप्रकाश सिंह निमराजे, वीडियो वाॅलेंटियर की सी.सी. जहाँआरा, जिला बाल अधिकार फोरम के सदस्य श्री आर.ए. मित्तल, डॉ. पुरषोतम अर्गल, न्यू महिला सशक्त महिला समिति की अध्यक्ष तरुनम आरा, प्रीति सोनी आदि ने उनको बधाई दी हैं। आपको राष्ट्रपति से बेहतर सेवाओं ,मुख्य मंत्री के साथ ग्लोबल अचीवर्स अवार्ड से गोपाल किरन समाजसेवी संस्था ने वर्ष 19 व 20 सम्मनित कर चुकी है। साथ ही महिला दिवस पर भी सम्मानित कर चुकी है। विभिन्न संस्थाओं ने जिला से लेकर प्रदेश व अंतराष्ट्रीय स्तर पर व सम्मानित किया है। होमगार्ड की स्थापना दिवस वर्ष 2020 मैं श्री रिकेश वैश्य, श्री किशोर कन्याल अपर कलेक्टर , दतिया मेड़ीकल कालेज के डीन डॉ. राजेश गौर ,श्रीप्रकाश सिंह निमराजे विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की उपस्थिति में भी सम्मानित किया जा चुका है। संगीता शाक्य गोपाल किरन समाजसेवी संस्था की मुख्य सरंक्षक है।श्री निमराजे ने उन सभी प्रबुद्ध महानुभावों का हृदय की गहराइयों से बहुत साधुवाद दिया है वंदन अभिनंदन किया है जिन्होंने उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य किया है। उनके संदर्भ में अपनी बात रखी कि मुश्किलों से निकलना हैं तो धैर्य रखना सीख, मूर्क्षित फूलों को उगाना हैं तो पानी डालना सीख.
जीवन में ख़ुशहाली का सवेरा एक दिन जरूर आयेगा
अपने नियत और नीति को साफ रखना सीख.
अपने आप को उस क्षेत्र में ले जाए जहां बहुत ज्यादा मुश्किलें हो और जहाँ आपकी इच्छा अनुसार कुछ नहीं हो रहा हो। हम में से ज्यादातर लोग, असफल होने पर इतने निराश हो जाते हैं कि हार मान लेते हैं। उन्हें लगता हैं कि ऐसा उनके साथ ही क्यों हुआ? लेकिन हमें यह समझना होगा कि सफलता तक पहुँचने का रास्ता असफलता की गलियों से ही गुजरता हैं। दुनिया में कोई भी सफल व्यक्ति ऐसा नहीं होगा जिसने असफलता का सामना न किया हो। अगर विश्वास न हो तो विश्व के सभी सफल व्यक्तियों की असफलताओं की कहानी जरूर पढ़िए सफलता समझ में आ जाएंगी। हमको आत्म विश्वाश को सदैव बनाये रखना जरूरी है।
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