सरवर खान जरीवाला, भोपाल, NIT;
मध्य्प्रदेश सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार निर्माण कार्यों में प्रदाय के लिये रेत पर्याप्त मात्रा में मानसून सत्र से पूर्व भंडारित स्थलों पर उपलब्ध है। इस वर्ष गत वर्ष की तुलना में प्रदेश में अधिक मात्रा में रेत उपलब्ध कराई गई है।
सरकार द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक वर्ष 2016 में मानसून शुरू होने के पहले प्रदेश के विभिन्न जिले के स्थानों में ऐसे भण्डारित स्थलों में रेत का स्टॉक 22.82 लाख घनमीटर था। वर्ष 2017 में मानसून के पहले प्रदेश के जिलों में विभिन्न स्थानों में भंडारित स्थलों पर 34.01 लाख घनमीटर रेत का भंडारण किया गया है, जो गत वर्ष की तुलना में 11.18 लाख घनमीटर अधिक है।
प्रदेश के विभिन्न जिलों में गौण खनिज रेत के उत्खनन और निकासी के लिये उत्खन्न पट्टा और नीलामी खदानें बड़ी संख्या में स्वीकृत हैं। इन उत्खन्न पट्टों एवं नीलाम खदानों से प्रदेश के शासकीय और निजी निर्माण कार्यों के लिये रेत क्रय और निकास की जाकर विभिन्न एजेन्सियों और विक्रेताओं द्वारा प्रदाय की जाती है। प्रदेश में लीजधारी, खदान ठेकेदार, रेत के क्रेता गण वर्षा ऋतु के पहले नियमानुसार रेत खदानों से प्राप्त कर अन्यत्र समुचित स्थलों पर खनिज का भंडारण अनुमति प्राप्त कर करते हैं। वर्षा ऋतु शुरू होने पर ऐसे भंडारित स्थलों से रेत की आपूर्ति शासकीय और निजी निर्माण कार्यों में होती रहती है।
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