फराज अंसारी, बहराइच ( यूपी ), NIT; बहराइच जिला चिकित्सालय में तैनात मुख्यचिकित्सा अधिक्षक डॉ डी के सिंह के तबादले के बाद दागियों ने सी एम एस पद के लिए शतरंजी चाल की गोटियां बिठानी शुरू कर दी थी जिसमें आखिरकार एक दागी को कामयाबी मिल ही गई। बताते चलें की वर्तमान में तैनात सी एम एस डॉक्टर डी के सिंह का प्रमोशन और तबादला सीएमओ पद पर श्रावस्ती जिले में किया गया है। इस बात की जानकारी होते ही जिला अस्पताल के चिकित्सकों में सी एम एस पद पर तैनात होने के लिए अपने हथकंडे अपनाने की होड़ सी लग गयी थी हालांकि होड़ लगाने वाले चिकित्सको में अधिकांश चिकित्सकों पर दागी छवि के आरोप भी लगे हैं व कई चिकित्सकों पर मरीजों के साथ बडी लापरवाही और मौतों के मामले में जांच भी लंबित है। चिकित्सकों की होड़ और जोर आजमाइश में आखिर कार एक दागी डॉक्टर को सी एम एस की कुर्सी मिल ही गयी। जबकि शासन के निर्देश के अनुसार उच्च पदों पर बैठने वाले अधिकारी की छवि साफ़ सुथरी होनी चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता रोशन लाल नाविक ने सी एम एस पद पर डॉक्टर ओ पी पाण्डेय का चयन होना गलत एवं विधि विरुद्ध बताया है। इसके लिए रोशन लाल नाविक ने प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा महानिदेशक स्वास्थ्य सेवा उत्तर प्रदेश लखनऊ को पत्राचार भी किया है। सामाजिक कार्यकर्ता रोशन लाल नाविक का कहना है कि बहराइच जिला अस्पताल की चिकित्सा सेवाएं बदहाल हैं। जिला चिकित्सालय में कई चिकित्सकों पर अनियमितता और गोल माल करने के आरोप भी लगे हैं। कई चिकित्सक वरिष्ठता क्रम में आगे हैं, लेकिन अधिकारियों व नेताओं की मिली भगत से चयन प्रक्रिया में धांधली की जा रही है। रोशन लाल नाविक ने उच्च अधिकारियों को पत्र भेजकर डॉक्टर ओ पी पाण्डेय को चिकित्सा अधिक्षक बनाये जाने से रुकवाने और किसी योग्य और ईमानदार छवि वाले चिकित्सक को सी एम एस का प्रभार दिलाये जाने की मांग की है।
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