बाढ़ पीड़ितों को चिन्ता करने की जरूरत नहीं है सरकार आपके साथ है, बाढ़ से क्षति ग्रस्त सड़कों एवं पुल- पुलियों का पुनः निर्माण कराया जायेगा: प्रभारी मंत्री सुरेश धाकड़ | New India Times

गुलशन परूथी, ब्यूरो चीफ, दतिया (मप्र), NIT:

बाढ़ पीड़ितों को चिन्ता करने की जरूरत नहीं है सरकार आपके साथ है, बाढ़ से क्षति ग्रस्त सड़कों एवं पुल- पुलियों का पुनः निर्माण कराया जायेगा: प्रभारी मंत्री सुरेश धाकड़ | New India Times

मध्यप्रदेश शासन के लोक निर्माण राज्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री सुरेश धाकड़ ने रविवार को बाढ़ पीड़ित ग्राम कंजौली एवं सेवढ़ा सनकुंआ वार्ड क्रमांक 1 में पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों से चर्चा कर उन्हें राहत सामग्री प्रदाय की। उन्होंने कहा कि चिन्ता न करें शासन एवं प्रशासन आपके साथ खड़ा है। बाढ़ से हुई क्षति की हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जायेगी।
श्री धाकड़ स्वतंत्रता दिवस समारोह के उपरांत सेवढ़ा क्षेत्र के बाढ़ ग्रस्त ग्राम कंजौली एवं सेवढ़ा सनकुंआ वार्ड क्रमांक 1 में पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री एवं राहत राशि प्रदाय की। इस दौरान 100 लोगों को राहत सामग्री प्रदाय कर पीड़ितों से हालचाल पूंछा।
श्री धाकड़ ने बाढ़ पीड़ितों को संबोधित करते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में सरकार आपके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने क्षेत्र में फसे लोगों को बचाव हेतु जिले को पांच-पांच हेलीकाॅप्टर, एवं नाव तथा सेना भेजी गई। उन्होंने कहा कि वह बाढ़ पीड़ितों के हर पल की स्थिति लेने जिला प्रशासन एवं स्थानीय नेताओं से सतत सम्पर्क में रहे और पल-पल की जानकारी उन्होंने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान, केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और गृह मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्र को दी। जिससे राहत एवं बचाव कार्यो में भी तेजी आई। उन्होंने कहा कि ऐसे परिवार जिनके मकान बाढ़ के कारण नष्ट हो गए है। उन्हें 1 लाख 20 हजार रूपये की सहायता राशि दी जायेगी। जिससे वह अपना मकान पुनः बना सके। इसी प्रकार दुधारू गाय, भैस के बाढ़ में मरने से संबंधित पशुपालक को 30 हजार की राशि और बैल के मरने पर 25 हजार, बकरी क मरने पर 3 हजार की राशि इसी प्रकार मुर्गा, मुर्गी के मरने पर भी राहत राशि प्रदाय की जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए त्वरित राहत के रूप में 11 हजार रूपये की राशि भी प्रदाय की जा रही है। जिमसें पांच हजार रूपये बर्तन आदि के नष्ट होने, 6 हजार रूपये मकान नष्ट होने पर किराये के मकान में रहने के लिए दिए गए है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की राजघाट नहर किसानों की मांग को देखते हुए त्वरित खोली जायेगी।


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