रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
झाबुआ जिले के थांदला में बंटी बबली की तरह आज कल शातीर चोर व ठग भी ठगी करने के नये नये हथकंडे अपनाने लगे हैं। ताजा मामला थांदला के आजाद चौक पर घटित हो गया. प्राप्त जानकारी व पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार बहादुरपाड़ा का नौजवान आजाद चौक में खड़ा था तभी एक अपिरिचित व्यक्ति उसके पास आता है व एक थैली थमाकर कहता है की उसे कहीं से रूपयों की थैली मिली है लेकिन कितने हैं वह नहीं जानता यदि वह इन्हें गिन देगा तो उसमें से कुछ हिस्सा उसे दे देगा।
रुपयों के लालच में वह नौजवान उस थैली को खोलने लगता है लेकिन शातिर ठग ने उसे बड़ी कुशलता से दो तीन पैकेट में बांधे हुए था, जितनी देर उसे थैली खोलने में लगी उतनी देर में इस शातिर ठग ने उसे दोस्त की तरह बात करना शुरू कर दिया व धीरे से उसके दोनों हाथों के चांदी के कड़े जिसका वजन तकरीबन 500 ग्राम था वो उसका मोबाइल लेकर रफूचक्कर हो गये।
बताया जाता है कि उस नौजवान ने जब वह थैली खोली तो उसमें केवल एक 50 रुपये की नोट ऐसी रखी हुई थी जो खिंचने से बाहर आ सके, वहीं बाकी कागजी नोट बंधे हुए थे जो नोट के शेप में कटे हुए थे।
राहुल नाम का वह नौजवान पूरा मामला समझपाता तब तक तो ठग अपने एक अन्य साथी के साथ नो दो ग्यारह हो चूका था।
पूरे दिन तलाश करने के बाद वह वकील की सलाह के बाद देर रात 8 बजे पुलिस थाने पहुँचा।
अब पुलिस ऐसे शातिर ठग को कैसे पकड़ेगी यह थोड़ा टेडा है लेकिन पुलिस के हाथ बहुत लम्बे हैं, पुलिस चाहे तो मुर्दे से भी राज उगलवा ले. फिलहाल राहुल अपनी ठगी की दास्तां सबको सुना रहा है और उस ठग की तलाश कर रहा है।