संदीप तिवारी, ब्यूरो चीफ, पन्ना (मप्र), NIT:
न्याय के देवता माने जाने वाले भगवान परशुराम का जन्म अवतरण दिवस लाॉकडाउन में सादगी के साथ मनाया गया. ब्राह्मण समाज महासंघ से जुड़े लोगों ने घरों में रहकर भगवान परशुराम की पूजा की और शाम के समय दीये जलाकर उनका ध्यान किया। भगवान विष्णु के अवतार परशुराम का पृथ्वी पर अवतरण बैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हुआ था। जो नक्षत्र के अनुसार इस बार शुक्रबार को पड़ा। इस दिन भक्त जनों ने व्रत,के साथ पूजन पाठ किया।समूचे पंन्नाअमाँगनज में भगवान परशुराम के जन्मदिन पर झांकियों के साथ भव्य कार्यक्रम किए जाते थे लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते लागू समूचे देश लॉकडाउन से सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिये गए। लोगों ने अपने घरों में रहकर ही भगवान परशुराम का जन्म अवतरण दिवस मनाया। पंन्ना अमानगंज शिवशक्ति आध्यात्मिक परामर्श केंद्र के विद्वानों और ब्राम्हण सभासद पदाधिकारियों की पूर्व में की गई अपील के बाद शुक्रवार की शाम भगवान परषुराम के अनुयायी भक्त जनों भक्त जनों ने आज सुक्रबार 7 बजकर 10 पर समूचे नगर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो के भक्त लोगों द्वारा घरों में एक, तीन, पांच, सात को संख्या में दिये जलाए। इससे पहले सुबह भगवान परशुराम की प्रतिमा या चित्र की पूजा की गई। साथ ही नगर अमानगंज के नगर पुरोहितश्री चम्पत राय तिवारी ने बताया कि अक्षय तृतीया को भगवान परशुराम, नर नारायण व हयग्रीव का जन्मदिन व त्रेता युग का आरम्भ हुआ था।
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