गणेश मौर्य, अंबेडकर नगर (यूपी), NIT:
प्रमुखता से चली खबर के बाद पद्मश्री अरुणिमा सिन्हा ने अपने बयान को बदला दिया। अरुणिमा फाउंडेशन को लेकर चल रहा पारिवारिक विवाद अब खुलकर मीडिया के सामने आ गया है। पद्मश्री अरुणिमा सिन्हा ने अपने भाई, बहन और बहनोई सहित चार लोगों पर फाउंडेशन के लाखों रुपयों के गबन का आरोप लगाया है। वहीं भाई राहुल सिन्हा ने अरुणिमा सिन्हा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
पद्मश्री अरुणिमा सिन्हा के मुताबिक जब वर्ष 2018 में पर्वतारोहण के लिए गई थीं तो वह अपने हस्ताक्षर की हुई चेकबुक ऑफिस में छोड़ गई थीं जिससे फाउंडेशन को चलाने में किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। पद्मश्री अरुणिमा सिन्हा का आरोप है कि उसके भाई राहुल सिन्हा ने 41 लाख 50 हजार रुपए, बहन लक्ष्मी ने 17 लाख रुपये, बहनोई ओम प्रकाश ने 24 लाख 50 हजार रुपए और जगदेव ने 14 लाख रुपये फाउंडेशन के खाते निकाल लिए हैं। इसके अलावा अरुणिमा ने अपने रिश्तेदारों पर अन्य आरोप भी लगाए हैं।
राहुल सिन्हा ने अपनी बहन पद्मश्री अरुणिमा सिन्हा के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि अरुणिमा ने फाउंडेशन के सारे पदों पर जबरन अपना कब्जा कर लिया और बैंक अकाउंट से धनराशि की निकासी पर रोक लगवा दी जिससे फाउंडेशन को चलाना मुश्किल हो गया। राहुल सिन्हा ने कहा कि जिस बैंक से रुपए गमन होने का आरोप लगाया गया है।उस बैंक ने जन सूचना के माध्यम से जवाब दिया है कि किसी भी तरह के पैसे की निकासी हुई है। 2018 में पर्वतारोहण पर जाने से पहले इन्होंने खाते को बंद करवा दिया था तो पैसे का गमन हुआ कैसे 2020, 8 फरवरी को लखनऊ सरोजिनी नगर थाने में पद्मश्री अरुणिमा सिन्हा द्वारा चार के खिलाफ 420, का मुकदमा दर्ज करवाया आखिर किस दस्तावेज के आधार पर पुलिस ने मुकदमे को दर्ज किया। इस मामले को लेकर सरोजनी नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत कृष्णानगर सी.ओ सिटी से मुकदमा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जांच का हवाला देकर पीछा छुड़ाया।और मुकदमा तो 8 फरवरी को ही दर्ज हो गया था मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने छुपाकर क्यों रखा। पुलिस समझौता के लिए दबाव डाल रही है।
राहुल सिन्हा ने अपने बयान में बताया कि फाउंडेशन बंद न हो जाये इसलिए वह 9 महीने तक निजी खर्ज पर फाउंडेशन को चलाते रहे और बोर्ड बैठक में निर्णय लेकर HDFC बैंक में नया अकाउंट खोला गया। राहुल सिन्हा ने अरुणिमा सिन्हा के आरोपों को झूठा और बेबुनियादी बताया है और मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है। वहीं उन्होंने बताता कि अरुणिमा चाहती हैं कि फाउंडेशन को बंद कर दिया जाए।
आपको बता दें कि पद्मश्री अरुणिमा सिन्हा के मुश्किल वक़्त में परिवार के लोग ही सुख दुःख के साथी थे लेकिन शादी के बाद अरुणिमा सिन्हा के पारिवारिक घमासान के बीच आरोप प्रत्यारोप से अरुणिमा फाउंडेशन के भविष्य पर खतरा मंडराता नजर आ रहा है।
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