मोहम्मद तारिक, भोपाल, NIT; तीन दशक से बीएचईएल भोपाल में नहीं हुई स्पोर्ट्स कोटे की नियुक्तियां, "खेल रहे बूढ़े खिलाड़ी, बेरोजगार घूम रहे नौजवान" : मो. तारिक  | New India Times​भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड भोपाल मप्र में “स्पोर्ट्स कोटे” में तीन दशक से नहीं हुई नियुक्तियां, नियुक्तियों पर लगा हुआ है अंकुश ! दूसरे प्रदेशों के समस्त विभागों में नियुक्तियां जारी, “बूढ़े हो गए खिलाड़ी खेल रहे बेरोजगार घूम रहे नौजवान” I 
बात की जा रही है खेलों के विकास सहित खेल, खिलाड़ी और खेल मैदान के सम्मान की जिन खिलाड़ियों ने नि:स्वार्थ अपना खून पसीना बहाकर अपने शहर प्रदेश और देश का नाम अंतर्राष्ट्रीय राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया उन खिलाड़ियों की क्यों न स्थाई रोजगार देकर उनका सम्मान कर उन्हें प्रोत्साहित करा जाए?

ज्ञातव्य रहे ! खिलाड़ियों के भविष्य कि अब हमारी जिम्मेदारी इस मांग को लेकर विश्व शांति और मानवाधिकार पर आधारित एवं अंतरराष्ट्रीय-राष्ट्रीय संगठनों से संबंधता प्राप्त गैर सरकारी संगठन “पीस इंडिया NGO” MP के प्रदेश अध्यक्ष मो. तारिक ने “अपने जन्म दिन” (25 दिसंबर) को “सेवा-दिवस” के रूप में मनाते हुए प्रदेश कार्यकारिणी गठन कार्यक्रम पर प्रेस वार्ता में संगठन की कार्य रणनीति पर विस्तार पूर्वक चर्चा में बताया था कि मैं स्वयं पूर्व खिलाड़ी, खेल प्रमोटर एवं भाजपा खेल प्रकोष्ठ म. प्र. का पूर्व प्रदेश सह संयोजक सहित भाजपा खेल प्रकोष्ठ प्रदेश कार्यालय प्रभारी रहा हूं इस नाते मैं सीधा खेलों से ही जुड़ा रहा हूं मेरी खेल भावना, खेल जो सद्भावना, जिला संभागीय प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के खेल भारतीय एकता-अखंडता के लिए, सभ्यता संस्कृति का आदान प्रदान और अंतर्राष्ट्रीय-स्तर पर तो खेल देश को पहचान दिलाते हैं !

  •  “बूढ़े हो गए खिलाड़ी खेल रहे बेरोजगार घूम रहे नौजवान”  

तीन दशक से बीएचईएल भोपाल में नहीं हुई स्पोर्ट्स कोटे की नियुक्तियां, "खेल रहे बूढ़े खिलाड़ी, बेरोजगार घूम रहे नौजवान" : मो. तारिक  | New India Times​समस्त खेलों की टीम विलुप्त होने की कगार पर संस्था ने अपना ध्यान आकर्षित करते हुए समय की मांग एवं वास्तविक स्थिति जानने हेतु सूचना अधिकार अधिनियम 2005 (6) (1) के तहत दिनांक 20 दिसंबर 2016 को हमारे देश भारत के केंद्र-राज्य शासकीय अर्द्धशासकीय विभागों, निगम-मंडलों के म.प्र. भोपाल क्षेत्र आयकर विभाग, महालेखाकार विभाग, म.प्र. सिविल सर्विसेस, म.प्र. पुलिस, वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे, फ़ूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, म.प्र.विद्युत मंडल, सीपीएमजी, बीएच ईएल भोपाल, नगर निगम भोपाल, सहित कई विभागों की समस्त खेलों की टीम विलुप्त होने की कगार पर “बूढ़े हो गए खिलाड़ी खेल रहे बेरोजगार घूम रहे नौजवान” I
बीएचईएल भोपाल को संस्था द्वारा सूचना अधिकार अधिनियम 2005 (6)(1) के आवेदन पत्र दिनांक 20 दिसंबर 2016 पर केंद्रीय लोक सूचना अधिकारी एवं अपर महाप्रबंधक बीएच ईएल भोपाल ने संस्था द्वारा प्रश्नआधीन चाही गई सत्य प्रतिलिपि के प्रश्नों के उत्तर नियमानुसार 30 दिवस में न देकर 13 फरवरी 2017 अर्थात नियम विरुद्ध निर्धारित समय अवधि के 25 दिवस उपरांत दिए गए का सारांश :- 

  •  संस्था की ओर पूछा गया प्रश्न1: 

भेल खिलाड़ियों की टीम किन खेल प्रतियोगिताओं में भाग लिया खिलाड़ियों की सूची प्रदानकरें?

केंद्रीय लोक सूचना अधिकारी का उत्तर: भेल प्रतियोगिता 12 खेल मैदान है,वांछित जानकारी नहीं दी जा सकती है I 

  • संस्था की ओर पूछा गया प्रश्न 2 : 

किन-किन वर्षों में किन-किनखेलों के खिलाड़ियों का चयन किया गया वर्षअनुसार सूची प्रदान करें?

 कें. लोकसूचना अधि. का उत्तर: यह समेकित ढंग से उपलब्ध नहीं होने के कारण जानकारी नहीं दी जा सकती है I 

  • संस्था की ओर पूछा गया प्रश्न 3:

 किन खेलों में टीमों ने प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त किया प्रमाणपत्रों की सत्यापित प्रतिलिपि प्रदान करें? 

कें. लोक सूचना अधि. का उत्तर: खिलाड़ियों को उनके व्यक्तित्व प्रदर्शन उपरांत दिए जाते हैं प्रमाण पत्र इसकी जानकारी समेकित ढंग से स्पोर्ट्स सेंटर के पास उपलब्ध नहीं है I 

  • संस्था की ओर पूछा गया प्रश्न 4 :

 खिलाड़ियों की आगामी नियुक्ति बाबत प्रचलित नसती ! कें. लोक सूचना अधि. का उत्तर: यह समेकित ढंग से उपलब्ध नहीं होने के कारण जानकारी नहीं दी जा सकती है I

“अब यह वैचारिक द्वंद आंदोलन बन के रहेगा”।

             मो. तारिक (स्वतंत्र लेखक)


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