फराज अंसारी, बहराइच ( यूपी ), NIT;
बहराइच के सरकारी जिला चिकित्सालय मेंसउस वक्त हड़कंम मच गया जब छत में टंगा पंखा अचानक चलते हुए नीचे आ गिरा।सइस घटना से वार्डो में भर्ती मरीजो में भगदड़ मच गयी। इस दुर्घटना में मरीज के साथ आई एक महिला मामूली रूप से घायल हो गयी, हालांकि एक बड़ी घटना होते होते टल गई। बहराइच जिला अस्पताल में कर्मियों के लापरवाही बरतने का सिलसिला जारी है। चलता हुआ पंखा महिला पर गिरने के बाद आनन फानन में पंखा हटाकर अपनी लापरवाही छुपाने की अस्पताल कर्मियों ने पूरी कोशिश की। हादसे के बाद डर के मारे मरीज अपने अपने बेड़ों पर दुबके हुए दिखाई दिए। इस दौरान मरीजों ने सीएमएस डॉक्टर डी के सिंह के नम्बर पर कई बार फोंन किया लेकिन उन्होंने फोंन उठाने की जहमत नहीं। वहीं वार्ड में मौजूद कुछ लोगों ने जिलाधिकारी अजयदीप सिंह को फोन पर इस घटना की सुचना दी और अस्पताल कर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की। मामला सिर्फ इतना भर नहीं है बल्कि अस्पताल कर्मियों की लापरवाही कभी भी मरीजों पर भारी पड़ सकती है क्योंकि कई वार्डो में लगे पंखे जर्जर हालत में हैं और उनकी मरम्मत पर ध्यान नही दिया जा रहा है। कुछ लोगों का आरोप है कि साल गर्मी आते ही पंखों की साफ़ सफाई और रिपेयरिंग के नाम पर लाखों रूपये का वारा न्यारा कर लिया जाता है लेकिन पंखों को दुरुस्त नहीं कराई जाती है।पंखे की अभी पिछले हफ्ते ही वार्डो में पंखों की दुर्दशा को लेकर प्रमुखता से खबर चलाई गई थी लेकिन कुम्भकर्णीय नीद में सो रहे अस्पताल प्रशासन पर इसका कोई असर दिखाई नहीं पड़ा। अगर ऐसा ही रहा तो किसी दिन मरीजों के साथ बड़ी दुर्घटना होने से इंकार नही किया जा सकता है। अब देखना यह है कि अस्पताल प्रशासन समस्याओं का समाधान कब करता है या यूं ही मरीजों को अपनी जान पर खेलकर इलाज करवाते रहना पडेगा ???
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