अशफाक कायमखानी, जयपुर (राजस्थान), NIT:
हालांकि विधानसभा सदस्यों की संख्या के हिसाब से पंद्रह प्रतिशत के अनुसार कुल तीस मंत्री तक बनाये जा सकते हैं। मोजूदा कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के अलावा अन्य तेरह कैबिनेट व दस राज्य मंत्रियों सहित कुल पच्चीस मंत्रीमण्डल सदस्यों के बावजूद पांच सदस्यों के रिक्त पद भरने के अलावा कुछ मंत्रियों की छुट्टी व कुछ नये को मंत्री बनाने के साथ साथ कुछेक के विभागों में बदलाव होना राजनीतिक सूत्र बता रहे हैं।
राजस्थान के बसपा के सभी 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने की प्रमुख भूमिका में उदयपुर वाटी विधायक राजेन्द्र सिंह गुडा को मंत्रीमंडल में जगह मिलना तय माना जा रहा है जबकि शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के विभाग में बदलाव करके उनको जरा हलका किया जा सकता है। बसपा से कांग्रेस में आये विधायकों में से राजेन्द्र व वाजिब अली के अलावा एक अन्य विधायक को मंत्री बनाया जाना तय माना जा रहा है। अन्य तीन विधायकों को बोर्ड निगम वगैरह में एडजस्ट किया जा सकता है।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री के अलावा तेरह अन्य कैबिनेट मंत्रियों में से तीन व दस राज्य मंत्रियों में से चार मंत्रियों को बदला जा सकता है एवं दस के करीब नये मंत्रियों को शपथ दिलाई जाने की सम्भावना जताई जा रही है। शेखावाटी से राजेन्द्र गुडा के अतिरिक्त परशराम मोरदिया व डाॅ. जितेंद्र सिंह में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है जबकि बीकानेर से भंवरसिंह भाटी की छुट्टी हो सकती है।
कुल मिलाकर यह है कि बारह में से ग्यारह निर्दलीय विधायकों द्वारा कांग्रेस सरकार को समर्थन जारी रखने के बावजूद उनमें से कुछ को मंत्री बनाने का रास्ता अभी तक साफ नहीं हो पाया है जबकि बसपा से कांग्रेस में आये तीन विधायकों को मंत्रीमंडल में जगह दिए जाने की संभावना है। अगले सप्ताह तक होने वाले मंत्रीमंडल विस्तार में कुछ नये मंत्री बनना व कुछ मंत्रियों को हटाया जा सकता है। उसके बाद बोर्ड-निगम व आयोगों के अध्यक्ष सहित अन्य राजनीतिक नियुक्तियों का सिलसिला शुरु होना माना जा रहा है जिनकी एक्सरसाइज लगभग होना बताया जा रहा है।
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