प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेते समय बिचौलियों से रहें सतर्क, प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत मिली तो कोई बख्शा नहीं जाएगा: कलेक्टर | New India Times

गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ, अंबेडकरनगर (यूपी), NIT:

प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेते समय बिचौलियों से रहें सतर्क, प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत मिली तो कोई बख्शा नहीं जाएगा: कलेक्टर | New India Times

आवास योजना के बारे में सुना तो सबने होगा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की ड्रीम योजना है पर इसके बारे में जानते कितने लोग हैं कि इसके तहत किस तरह से घर मिलता है कैसे आवेदन करें!
देश के तमाम लोगों के पास आज भी खुद का घर नहीं है। कई ऐसे परिवार हैं जो किराए के मकान में रह रहे हैं, उनकी भी इच्‍छा है कि उनके पास भी अपना खुद का एक घर हो, जहां वो सुख-चैन से रह सकें। पर आम-तौर पर अपना घर लेना लोगों के लिए टेढ़ी खीर साबित होता है।

देश के प्रधानमंत्री मोदी की ड्रीम योजना पर भ्रष्टाचारी और बिचौलियों के भेट चढ़ा जाते हैं लाभार्थी

पूर्व 2018 मे जिले में आवास योजना के तहत बिचौलिया दलालों ने आवास दिलाने के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया जो काफी सुर्खियां बनीं। अंबेडकरनगर जिलाधिकारी ने इस तरह के मामलों को संज्ञान में लेते हुए कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत मिली तो कोई बख्शा नहीं जाएगा। जिला नगरीय विकास अभिकरण परियोजना अधिकारी आदित्य कुमार ने बताया कि यह सरकार की एक निशुल्क योजना है जिसमें लाभार्थी को किसी व्यक्ति को कोई रुपया नहीं देना होगा अगर कोई व्यक्ति इस योजना का लाभ दिलवाने के नाम पर यह योजना की प्रथम, द्वितीय, तृतीय किस्त दिलवाने के नाम पर पैसा मांगता है अथवा कोई ठेकेदार अपने आप को ढूंढा अथवा शासन से अधिकृत ठेकेदार बताकर लाभार्थी से उसका मकान निर्माण हेतु रुपए मांगता है तो तत्काल परियोजना अधिकारी ढूंढा के फोन नंबर (8573002249). वा कार्यालय अपर जिलाधिकारी (05271- 24 4386) पर सूचित करें। ऐसे व्यक्तियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आगाह करते हुए उन्हें सतर्कता बरतने की सलाह दी।

उन्होंने कहा कि योजना के जरिए पहली किस्त 50,000 रुपये, दूसरी डेढ़ लाख एक लाख रुपये लिंटर के लिए और, तीसरी किस्त के रूप में 50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
भवन निर्माण लाभार्थी को अपना आवास निर्माण सरकारी अनुदान व स्वयं के अंशदान से कम से कम दो कमरा, रसोईघर, बिजली, स्नानघर व शौचालय का निर्माण कराना है।


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