रहीम शेरानी, बांसवाड़ा (राजस्थान), NIT:
राजस्थान जिला बांसवाड़ा के दो करोड की लागत वाले निर्माणाधिन झैर पुलिया के घटिया निर्माण की पहली ही बारिश में पोल खुल गई है फिर भी जिम्मेदार मौन हैं।
एक ओर सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में नदी नालों पर पुल बनाने के लिए लाखों करोड़ों रुपये खर्च करती है और इनके निर्माण के लिए टेण्डर भी जारी करती है ताकी ठेकेदार अच्छी क्वालिटी की सामग्री मटेरियल लगाये ताकी निर्माणाधिन पुल की गुणवत्तायुक्त बने और वह मजबुत रहे लेकिन घटिया निर्माण के कारण पहली ही बारिश में
राजस्थान के बांसवाडा जिले के कुशलगढ़ उपखंड क्षेत्र के रतलाम मुख्य मार्ग पर छोटीसरवा पंचायत के पास झैर नदी पर तत्कालिक भाजपा सरकार ने झैर रपट पुलिया करीब 2 करोड़ की लागत से पुल बनाने के लिए ठेका दिया था।
ठेकेदार की भ्रष्ट नीति के चलते झेर नदी पर बने पुल में पहली ही बारीश में दरारें पड़ने से ठेकेदार के द्वारा किये गये घटिया निर्माण की पोल खुद पुलिया खोल रहा है। छोटी सरवा के जागरूक नागरिक देव जोशी, सुरेश उपाध्याय, एडवोकेट दोलतसिंह सिसोदिया, भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष जगदीश आर्य आदि ने इस नव निर्मित पुल पर घटिया सामग्री लगाने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है साथ ही इस झेर नदी से कुछ दुरी पर एक तालाब बनाने के कारण लगातार दो सालों से रतलाम कुशलगढ मार्ग पर पुरानी रपट पर पानी भर जाने से यह मार्ग अक्सर बंद रहता था, पुल बनने से लोगों में खुशी थी लेकिन पहली ही बारिश में पुल पर दरारें पड़ने से आमजन में निराशा है।
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