संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:
डॉ अम्बेडकर मंगलम हॉल, कबीर कॉलोनी, थाटीपुर ग्वालियर में एक प्रोग्राम का आयोजन किया गया। बच्चे देश का भविष्य है इनको हर समय मदद करते रहना चाहिए। प्रतियोगिताओ से बच्चे के जीवन में निखार आता है और आगे की प्रेरणा मिलती है, यह बातें माननीय मुन्नालाल गोयल विधायक ग्वालियर ने गोपाल किरण समाज संस्था एवं बल अधिकार फ़ोरम द्वारा स्टेशनरी वितरण समारोह नृत्य एवं डाँस प्रोग्राम के बीच कही।
प्रोग्राम मीना शिव राम जाटव (पार्षद एवं सदस्य मेयर इन कॉउंसिल नगर निगम ग्वालियर), पुरुषोत्तम बानोरिया, जहाँआरा आदि विशिष्ट अतिथि के रूप मैं उपस्थित थे। संचालन सुश्री राधा जी ने किया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए आयोजक संस्था गोपाल किरण समाजसेवी संस्था के अध्यक्ष श्रीप्रकाश सिंह निमराजे व सदस्य राधा द्वारा किया गया। बाल फ़ोरम के पदाधिकारियों ने आये हुए सभी अथितियों का स्वागत किया व। बच्चों ने गीत , गाने और नृत्य की प्रस्तुति दी और साँस वेलफ़ेयर फ़ाउंडेशन की सुश्री हरप्रीत कौर ने बच्चों की प्रस्तुतियों पर अपना जजमेंट दिया और बच्चों को शिक्षा ग्रहण के साथ और एक्टिविटी करने पर ज़ोर दिया । कार्यक्रम में बाल पंचायत पदाधिकारी साल भर की अपनी एक्टिविटी और प्रत्येक रविवार को होने वाली बाल पंचायत की जानकारी दी ।
आयोजन में अंत मे श्रीप्रकाश निमराजे ने सभी का आयोजन की सफलता में सहयोग देना के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कबीर – रैदास जैसे बड़े-बड़े समाज सुधारक पढ़े-लिखे नहीं होने के बावजूद अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन कर समाज को बहुत बड़ी दिशा देकर गए हैं. सतत सामाजिक चर्चाएं, समाज में सकरात्मक सोच को बनाये रखती है अर्थात *जिस समाज में निरन्तर किसी ने किसी रूप में सामाजिक चर्चाएं चलती रहती है उस समाज के लोगो में सकरात्मक सोच वाली ऊर्जा बरक़रार रहती है और वे लोग विकास के मार्ग पर आगे बढ़ते रहते है और वह समाज हर परिस्थिति में मजबूती के साथ खड़ा रहता है
सकरात्मक सोच वाले लोग कभी भी अपने लक्ष्य से नहीं भटकते है और विपरीत इसके ऐसा समाज जिसके लोग सामाजिक चर्चाओं से परहेज करते है ऐसे लोग नकरात्मकता से भरे होते है और उनका कोई अपना लक्ष्य नहीं होता है तथा ऐसे लोग हमेसा अपने लक्ष्य से भटकते दिखाई देते है और ऐसे लोगो का समाज कमजोर, निरक्षर, सामाजिक कुरीतियों से भरा होता है परिणाम स्वरूप ऐसे समाज के लोगो का निरन्तर शोषण होता रहता है .बचपन में सीखी बातें और अनुभव ही आगे चलकर हमारे व्यक्तित्व का निर्माण करती हैं. इस दौरान मिला सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव ही उम्र भर मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है.
वे बच्चे जो शिक्षा से वंचित रह गये है उनका स्कूल में दाखिला किया जाएगा। ऐसे बच्चों को चिन्हित कर उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोडा जाएगा।जिस घर में महिला शिक्षित हो जाती है उस घर में सारा परिवार शिक्षित हो जाता है
प्रतिभागियों ने संविधान के सम्मान में सम्मिलित होकर संविधान का स्वयं का एवं ग्वालियर का मान बढ़ाया। इस कार्यक्रम में मोहल्ले के लोग भी उपस्थित हुए एवं गरीब बच्चों को निःशुल्क स्टेशनरी किट 200 से अधिक बच्चो को दिया गया साथ ही पेंटिंग एवं नारे प्रतियोगता में शामिल हुए ।बच्चों को चयन समिति द्वारा चयन कर उन्हें ईनाम दिया गया। यह ईनाम सांस वेलफेयर फाउडेशन एव गोपाल किरण समाज सेवी संस्था के द्वारा दिया गया । कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य संविधान के प्रति जागरूकता लाना है ।
बालक एवं बालिकायें ने मनमोहक एकल एबम सामुहिक डांस, नने मुने बच्चे ••तेरी••• बनटनचली, ••••जहां पर कदम ,,, कदम ,,, पेरों मै बंधन ,,,, देश रंगीला ,,,, जय भीम ,, हरयाणवी ,,, ,आदि पर मन मोहक प्रस्तूति दी।
कार्यक्रम में सभी शामिल प्रतियोगी बच्चो को प्रोहत्सान के तौर पर स्टेशनरी और विजेताओं को ईनाम दिया गया
कार्यक्रम में लोकल रहवासियों के साथ उपस्थित रहे .जिस मै कि तरुण बंसल (क्लॉसेस) निलेश गेलोत फैशन डिजाइनर प्रिटी पंडित, उजला ,राजावत ,कविता परिहार ,रौनक ,संगीत वाजपयी ,काजल, पायल, दीपक सिंह जाटव शीतल डिप्टी गेलोत अर्चना सैनी अंजू ,प्रिटी सुधा जाटव ,मोनिका दंडोतिय आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
सभी को स्वलपहार की व्यवस्था की गई एवं कार्यक्रम संचालन जहाँआरा ने और धन्यवाद गोपाल
सिंह ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्टगान से हुआ
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