"स्कूल चले हम" योजना की करोड़ों रुपए की सायकिलें बारिश के पानी से खाने लगी हैं जंग, जिम्मेदारों और ठेकेदार की लापरवाही की वजह से खुले में पड़ी हैं साइकिलें | New India Times

रहीम शेरानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:"स्कूल चले हम" योजना की करोड़ों रुपए की सायकिलें बारिश के पानी से खाने लगी हैं जंग, जिम्मेदारों और ठेकेदार की लापरवाही की वजह से खुले में पड़ी हैं साइकिलें | New India Times

झाबुआ जिले के मेघनगर हाई सेकेंडरी स्कूल में करोड़ों की साइकिलें बारिश के पानी से जंग खाने लगी हैं। स्कूल में पढ़ने वाले बालक बालिका के लिए स्कूल चले हम अभियान के तहत निःशुल्क मिलने वाली करोड़ों रुपए की साइकिलें छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल से लेकर घर तक और घर से लेकर स्कूल तक पढ़ने आने के लिए दी जाती है। सरकारों द्वारा हमेशा यह प्रयास किया जाता है कि प्रत्येक बालक बालिका को पढ़ने आने के लिए कोई भी परेशानी न हो और समय पर विद्यालय पहुंच जाएं इसलिए निःशुल्क साइकिल वितरण की जाती है लेकीन हम बात कर रहे हैं मेघनगर शासकीय शिक्षा खंड की, यहां पर स्कूल चले हम अभियान के तहत साइकिल एसेंबल कर वितरण करने वाले ठेकेदार ने बारिश के मौसम में तमाम करोड़ों की साइकिल को एसेम्बल करने का काम खुली जगह पर किया जा रहा है। पूर्व में भी इसी तरह का मामला रंभापुर में भी किया गया था जिसमें कई साइकिलें चोरी होने की घटना सामने आई थी। कुछ दिनों पहले पेटलावद में साइकिलों के रखरखाव के अभाव में साइकिले भंगार में बिकने आई थी। काफी महीनों से हजारों साइकिल मेघनगर बालक शासकीय महाविद्यालय परिसर में धूप एवं बारिश के मौसम की चिंता किये बगेर। कभी धूप तो कभी बारिश होने की वजह से सीटे तो रिगे जंग खा रही है साथ ही कई कल पुजे खराब हो रहे हैं। सरकार द्वारा जनकल्याण के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं और अनेक योजनाओं में करोड़ों रुपए लगाया जाता है लेकिन शासकीय शिक्षा संस्थान एवं ठेकेदार की मनमानी से करोड़ों रुपए की योजनाओं पर पानी फिर रहा है। शासन प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं देना भी काफी चर्चाओं में है।

"स्कूल चले हम" योजना की करोड़ों रुपए की सायकिलें बारिश के पानी से खाने लगी हैं जंग, जिम्मेदारों और ठेकेदार की लापरवाही की वजह से खुले में पड़ी हैं साइकिलें | New India Times

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का शुभारंभ करने मध्य प्रदेश के ओजस्वी मुख्यमंत्री कमलनाथ झाबुआ आने वाले हैं ! ऐसे में शासन प्रशासन की मंशा है कि स्कूल चले हम अभियान के तहत साइकिल वितरण की शुरुआत भी 24 जून को विकासखंड स्तर पर झाबुआ जिले के प्रत्येक गांव में की जाना तय हुआ है। लेकिन इसके विपरीत स्थितियां कुछ और ही है कुछ ही समय पहले पिछला सत्र समाप्त होने पर पूर्ण परीक्षाओं के समय साइकिल वितरित की गई थी। एवं नया सत्र प्रारंभ 23 जून को होना है ऐसे में 24 जून को बालक बालिकाओं का चयन करके खण्ड शिक्षा खंड अधिकारी निशुल्क साइकिल वितरण हितग्राहियों का चयन करेंगे। जबकि अभी उक्त पोर्टल की शुरुआत भी नहीं कि गई है। ऐसे में जिला शिक्षा अधिकारी ने जिले के खंड शिक्षा अधिकारी को आदेश जारी किया है कि 24 जून को आपको अपने स्कूल में साइकिल वितरण करना है व मेघनगर शिक्षा अधिकारी का कहना है कि अभी तक ठेकेदार द्वारा साइकल के कल पुर्जे एसेंबल करने का कार्य चल रहा है व हमें किसी प्रकार की साइकिल का हैंडोवर भी ठेकेदार द्वरा नहीं किया गया है और ना ही पोर्टल चालू किया है। 24 जून को कितने बच्चे ऐडमिशन लेंगे या फिर कौन स्कूल आएगा इसका भी पता नहीं ऐसे में इसकी टोपी उसके सर रखने की बातें दिखाई दे रही है।


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