अशफाक कायमखानी, जयपुर/नई दिल्ली, NIT:
दिल्ली में आज पहले दोपहर को राजस्थान लोकसभा के उम्मीदवार चयन को लेकर स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग हुई जिसमें सभी 25 सीटों पर फाइनल मंथन होने के बाद रिपोर्ट केन्द्रीय चुनाव समिति को सौंपी गई जिसके बाद शाम को सीटवार बने पैनल पर विचार विमर्श होकर करीब पंद्रह सीटों के एकल नाम पर सहमति बनने के अलावा अन्य कुछ सीटों पर सम्भावित नाम का विरोध होने के बाद उन सीटों के उम्मीदवारों के नाम एक दफा रोक लिया गया।
दिल्ली में पहले से मौजूद प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व अविनाश पाण्डे के आज सुबह दिल्ली पहुंचने के बाद तीनों नेताओं ने पहले स्क्रीनिंग कमेटी व फिर सीईसी की बैठक में भाग लेकर मोटे तौर पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिये लेकिन 26 मार्च को राहुल गांधी के श्रीगंगानगर व बीकानेर क्षेत्र का दौरा होने को लेकर सूची जारी करने को टाल कर अब 26 मार्च के बाद सूची जारी करना तय हुआ है।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार राजस्थान की झूझूनु व नागौर लोकसभा क्षेत्र से राजबाला ओला व ज्योती मिर्धा के नाम तय होने की आशंका को लेकर दोनों सम्भावित उम्मीदवारों के स्थानीय स्तर पर टिकट का विरोध करने वाले अधिकांश नेताओं ने दिल्ली में हाईकमान से मिलकर व कुछ नेताओं ने मीडिया के मार्फत अपनी बात पहुंचाने के बाद एक दफा दिग्गज नेता सकते में आ गये थे। सूत्रों के अनुसार पता चला कि उसके कुछ समय बाद इस तरह के विरोध के बावजूद सीईसी ने नागौर से ज्योती मिर्धा व झूंझनू से राजबाला ओला का ही नाम तय किया है।
21-मार्च को भाजपा के सोलह उम्मीदवारों की सूची आने के बाद कांग्रेस वर्कर आज कांग्रेस की पहली सूची का इंतेज़ार कर ही रहे थे कि प्रभारी महामंत्री अविनाश पाडे ने बताया कि सूची 26 मार्च के बाद आयेगी। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि उम्मीदवारों की सूची लगभग तैयार करके जारी करने से ठीक पहले राजस्थान के नेताओं ने सोचा कि टिकट मिलने या ना मिलने को लेकर राहुल गांधी के सामने किसी तरह का विरोध प्रदर्शन ना हो इस लिये उनके कहने पर ही सूची को आज की बजाय 26 मार्च के बाद जारी करना तय हुआ।
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