नरेंद्र इंगले, ब्यूरो चीफ जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
आधुनिक स्पर्धात्मक युग में जहां जीवन शैली व्यस्त हो चली है वहां सफ़लता के पिछे दौड़ते लोगों में अवसाद का औसत भी काफी बढ रहा है ऐसे में हर कोई जाने अंजाने में तंबाखू, धुम्रपान समेत अन्य नशे के आदी हो जाते हैं इस स्थिति में खासकर युवाओं का यह दायित्व बनता है कि वह स्वस्थ रहने के लिए नशे से बचें, ऐसा प्रतिपादन डाॅ ऐश्वरी राठौड़ ने किया है।
जामनेर तहसिल के गोंदेगांव में अप्पासाहब रघुनाथराव भाऊराव गरूड महाविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के शीत शिविर में एवाईआर फाउंडेशन के बैनर तले मुख्य व्याख्याता के रूप में डाॅ श्रीमती राठौड़ अपने विचार व्यक्त कर रहि थीं। शिविर के आरंभ में बापुसो आचार्य गजाननरावजी गरुड कि प्रतिमा को मल्यार्पण किया गया। समारोह की अध्यक्षता सुधाकर बारी ने की। मंच पर प्रिन्सिपल डाॅ वासुदेव पाटील, उपप्राचार्य प्रो एन एस साबले, प्रो आर जी पाटील, नगरसेवीका वृषाली गुजर, मोहसिना खाटीक, भावना जैन, चंद्रभागा धनगर मौजुद रहे। सुत्रसंचालन प्रो निरुपमा वानखेडे, आभार प्रदर्शन डाॅ योगिता चौधरी ने किया।
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