शारिफ अंसारी, मुंबई, NIT;
भिवंडी पंचायत समिति गैबीनगर स्थित पुराने कार्यालय में शासन द्वारा महिला व बालकल्याण विभाग के स्वतंत्र कामकाज के लिए नियुक्त किए गए संरक्षण अधिकारी प्रकाश दाजी गुडे ( 34 ) को शिकायत के अनुसार शासन की आर्थिक सहायता चेक देने के लिए 8 हजार रुपये की रिश्वत की रकम स्वीकारते हुए ठाणे एंटी करप्शन ब्यूरो पथक ने शनिवार दोपहर को रंगेहाथ गिरफ्तार किया लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार शहर की अल्पवयीन लडकी से कुछ वर्ष पहले अत्याचार करने की घटना घटित हुई थी। इस अन्याय-अत्याचार घटना में पीड़ित महिला-लडकी को राज्य शासन द्वारा ‘ मनोधर्या योजना अंतर्गत ‘ 50 हजार से 2 लाख तक आर्थिक सहायता देकर पुनर्वसन किया जाता है। जिसकी रिपोर्ट के अनुसार भिवंडी की पीडित लड़की को ठाणे जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा महिला व बालकल्याण विभाग से 2 लाख रुपये मंजूर हुए थे। जिसका पहले किस्त के रूप में एक लाख रुपये का चेक भिवंडी कार्यालय में आय था। परंतु चेक लेने के लिए मुझे 8 हजार रुपये देना पडेगा इस प्रकार की बात संरक्षण अधिकारी प्रकाश गुडे ने व्यक्त की थी। जिससे त्रस्त पीड़ित लडकी के पिता ने ठाणे एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की थी, जिसके अनुसार ठाणे एंटी करप्शन ब्यूरो पुलिस के उपअधीक्षक अंजली आंधले ने पुष्टि करते हुए पुलिस पथक सहित शहर के वरालादेवी स्थित एक हॉटेल में फिल्डिंग लगाई और जैसे ही पीड़ित लडकी के पिता द्वारा चेक देने के लिए 8 हजार रुपया रिश्वत दी गई उसी समय संरक्षण अधिकारी प्रकाश गुडे को रंगेहाथ गिरफ्तार लिया गया। इस रिश्वतखोरी का मामला शहर पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार प्रतिबंध अधिनियम 1998 अन्वये दर्ज कर आगे की विस्तृत जांच के लिए गुडे को ठाणे स्थित एंटी करप्शन ब्युरो कार्यालय ले जाया गया है। रिश्वतखोर प्रकाश गुडे को रविवार को ठाणे जिला सत्र न्यायालय मे पेश किया जाएगा।
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