मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
अपनी बदहाली, दुर्दशा पर आंसू बहा रहे झांझर डेम के समीप खंडहर रेस्टोरेंट और बंद पड़ी पानी की बोट शुरू करने की मांग को लेकर सशक्त पत्रकार समिति ने जिला कलेक्टर और जल संसाधन विभाग, पर्यटन विभाग को ज्ञापन सौंपा है। बता दें कि बुरहानपुर से 15 किमी दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत झिरी अंतर्गत ग्राम झांझर डेम जो कि एक पिकनिक स्पॉट से भी जाना जाता है, के रेस्टोरेंट और पानी में चलने वाली बोट बंद होने से यहां आने वाले लोगों की संख्या काफी कम होती दिखाई दे रही हैं।
जबकि यहां 12 माह के सभी सीजनो में सैकड़ों लोगों का तांता लगा रहता था। यहां पूर्व में पानी की बोट में पर्यटक लुफ्त उठाया करते थे और यहां बने रेस्टोरेंट के व्यंजनो का आनंद लिया करते थे। लेकिन रेस्टोरेंट का अब अस्तित्व मिट चुका है, वह पूरी तरह से जीर्ण शीर्ण (खंडहर हाल) में तब्दील हो गया है। जबकि यहां हजारों सेलानी सेर सपाटे पिकनिक मनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं, लेकिन सुविधाओं के आभाव में लोगों का यहां आना बहुत कम हो चुका है। उक्त रेस्टोरेंट का पुन: जिर्णोद्धार करने व डेम पर पानी की बोट शुरू करने की मांग को लेकर सशक्त पत्रकार समिति के प्रदेश अध्यक्ष उमेश जंगाले द्वारा जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
उमेश जंगाले ने कहा कि यदि झांझर डेम स्पॉट पर दोबारा रेस्टोरेंट बन जाता है और पानी की बोट शुरू होती हैं, तो यहां पर्यटको की संख्या बढ़ेगी जिससे शासन को भी लाखों रुपए की आय में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि सुनसान पड़े खंडहर रेस्टोरेंट में चौकीदार नही होने के कारण यहां कई असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता हैं, रेस्टोरेंट बनने से उन पर भी लगाम लगेंगा। असामाजिक तत्वों द्वारा यहां स्थित रेस्टोरेंट को नुकसान भी पहुंचा गया है, जिसमें कई दिवारे गिरा दी गई और कुछ लोहे की चीजे भी यहां से गायब हो गई है। उमेश जंगाले ने कहा कि झांझर डेम पर एक कुंआ भी पुरी तरह खुला पड़ा है, जिसमें किसी के गिरने से जनहानि हो सकती हैं।
इस कुंए के ऊपरी हिस्से को ढांककर बंद करना चाहिए। क्योंकि इस स्थान पर कई बच्चे भी खेलते हुए आ जाते हैं। जिससे घटना होने का अंदेशा है। उन्होंने कहा कि बीते शुक्रवार ही ग्राम दवाली खुर्द थाना नेपानगर अंतर्गत खुले कुएं में एक व्यक्ति गिर गया था, वो तो गनीमत रही कि कुछ हुआ नहीं और एसडीआरएफ टीम की तत्परता से 120 फीट गहरे कुएं से मिथुन पिता जाम सिंह उम्र 27 वर्ष को सुरक्षित जीवित बाहर निकालकर एंबुलेंस के माध्यम से जिला चिकित्सालय भर्ती कराया गया। जिम्मेदार अधिकारियों ने इस घटना से सबक लेते हुए झांझर डेम के खुले कुंए को भी किसी चीज से ढाकना चाहिए। ताकि इसमें भविष्य में कोई बड़ा हादसा नहीं हो।
वहीं उन्होने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा चेतावनी बोर्ड लगाया गया है, जिसमें दर्शाया गया की तालाब की गहराई अत्यधिक है और दुर्घना संभावित क्षेत्र है, बाक़ायदा यहां बोर्ड पर यह भी लिखा है कि पानी में सेल्फी लेना या नहाना मना हैं। लेकिन यहां गहरे तालब में नहाने और सेल्फी लेने वाले लोगों को रोकने, टोकने वाला कोई व्यक्ती मौजूद नहीं है। यदि यहां कोई जिम्मेदार चौकीदार को बैठाया जाए तो लोगों में डर बना रहेगा और वह पानी में जानें से बचेंगे। जिला प्रशासन ने इस ओर ध्यान देते हुए मांग को जल्द से जल्द पुरा करना चाहिए। इस दौरान जिला अध्यक्ष संदीप भालसिंग, प्रीतम महाजन, भगवानदास शाह, तौकीर आलम, अनील महाजन, विनोद सोनराज, फिरोज खान, संतोष चौधरी, वासिद खान, राशिद अंसारी सहित अन्य पत्रकार मौजूद रहें।
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