अबरार अहमद खान/मुकीज खान, भोपाल (मप्र), NIT:
एम जी जी एसके वी एल ई संघर्ष समिति द्वारा महात्मा गांधी ग्राम सेवा केंद्र परियोजना के पुनः नियमित संचालन व मानदेय के भुगतान की मांग समस्त CSC VLE, MP ऑनलाइन, कियोस्क, बैंकमित्र आदि के हितों की सुरक्षा के लिए भोपाल टॉकीज चौराहा स्थित कम्युनिटी हॉल में प्रथम राज्य सम्मलेन आयोजित किया गया। जिसकी शुरुआत देशभक्ति व जनगीतों के माध्यम से की गई।
संघर्ष समिति के कोर कमेटी सदस्य व सम्मलेन की अध्यक्षता कर रहे मनोज रजक ने बताया गया कि आज के सम्मेलन में तीन प्रस्ताव पारित किए गए। जिसमें एम जी जी एस के परियोजना के पुनः संचालन और लंबित मानदेय के भुगतान संबंध में CSC व बैंक मित्र को लेकर प्रस्ताव को सम्मलेन के प्रतिनिधियों के समक्ष प्रस्तुत कर पारित किए गए।
उन्होंने आगे कहा कि आयुष्मान कार्ड की योजना में ज़मीनी स्तर पर एमजीजीएसके का महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान की गई है।
इसके अलावा COVID टीकाकरण में भी VLE के माध्यम से पंजीयन के कार्य भी किये गए थे। अन्य शासकीय कार्यों में भी केन्द्रों एवं परियोजना का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इन कार्यों के एवज में VLE/सखी को निश्चित पारिश्रमिक मानदेय देना का अनुबंध हुआ था। बड़ी विडंबना है कि सरकार आज जिन योजनाओं का वाहवाही लूट रही है उसका जमीनी कार्य में VLE का महत्वपूर्ण भूमिका रही है। लेकिन आज दिनांक तक मानदेय के रूप में एक रुपये की भी राशी हमको प्राप्त नहीं हुई है। आज लगभग 42 माह से मानदेय अप्राप्त है।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए निजीकरण विरोधी कमेटी के राज्य सचिव मुख्य अतिथि श्री प्रदीप आर बी ने कहा आज भयंकर रूप से बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। और सरकारें सभी सार्वजनिक विभागों जैसे बैंक, बीमा, रेलवे, बिजली, परिवहन व अन्य सभी आधारभूत सुविधाओं का निजीकरण कर कंपनियों को बेचा जा रहा है जिसके चलते सरकारी नोकरियों में बड़े स्तर पर कमी आयी है। आज स्थायी रोजगार देने के जगह संविदा, ठेकाकरण, आउटसोर्सिंग, फिक्स टर्म एम्प्लॉयमेंट पर रोजगार देने की बात की जा रही है।
एआईडीवाईओ राज्य सचिव प्रमोद नामदेव ने कहा हम सभी MGGSK VLE/सखी व ऑनलाइन ऑपरेटर्स से अपील करना चाहते हैं कि हम सभी संगठित रहकर हमारे मानदेय सम्बंधित,परियोजना को पुनः प्रारंभ करने की लड़ाई को तब तक जारी रखेंगे जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती।
राज्य सम्मेलन को अनिल कनारे, हरिश्चंद्र चिढार, हरिदास राजपूत, आशिक शाह, धीरेन्द्र शिवहरे ने भी संबोधित किया। अंत में एमजीजीएसके वीएलई संघर्ष समिति, मध्यप्रदेश की नवनिर्वाचित कमेटी का गठन हुआ।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.