MP में महिलाओं के लिए पुलिस चला रही है आपरेशन हेल्पिंग हैंड, ऐसे दिलाएंगे गुजारा-भत्ता का अधिकार | New India Times

पवन परूथी, ग्वालियर/भोपाल (मप्र), NIT:

MP में महिलाओं के लिए पुलिस चला रही है आपरेशन हेल्पिंग हैंड, ऐसे दिलाएंगे गुजारा-भत्ता का अधिकार | New India Times

घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए पुलिस की महिला सुरक्षा शाखा ने आपरेशन हेल्पिंग हैंड चलाया है। इसके तहत न्यायालय से दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 125 के अंतर्गत भरण-पोषण के मामलों में जारी समन-वारंट की तामीली कराई जा रही है।

न्यायालय के आदेश के बावजूद भरण-पोषण देने से बच रहे पतियों को कानून के दायरे में लाने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा एक ऐसा कदम उठाया जा रहा है, जो महिलाओं के लिए मदद भरा हाथ साबित हो रहा है। भरण-पोषण के लिए जारी होने वाली धारा 125 से जुड़े समन- वारंट महिलाओं के लिए गुजारा-भत्ता पाने की दिशा में प्रमुख कदम है, लेकिन कई बार कानून व्यवस्था बनाने की स्थिति के चलते यह प्राथमिकता क्रम में पीछे हो जाते हैं। ऐसे में आपरेशन हेल्पिंग हैंड के तहत पहली प्राथमिकता पर रखकर इसे तामील कराया जाता है।

पुलिस मुख्यालय की महिला शाखा के निर्देशन में वर्ष में दो बार चलाए जाने वाले अभियान के तहत अब तक प्रदेश में 12 हजार 744 समन-वारंट तामील कराए जा चुके हैं। इस वर्ष एक फरवरी से अभियान फिर शुरू है, जो 29 फरवरी तक चलेगा। इसके अंतर्गत 10 फरवरी तक 500 से अधिक ऐसे वारंट तामील कराए जा चुके हैं। इसके तहत न्यायालय से दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 125 के अंतर्गत भरण-पोषण के मामलों में जारी समन-वारंट की तामीली कराई जा रही है। वर्ष 2021 से शुरू किए गए आपरेशन हेल्पिंग हैंड के अब तक पांच चरण पूर्ण हो चुके हैं।

पीड़ित महिलाओं को भरण-पोषण के लिए नहीं करना पड़ता इंतज़ार

डीजीपी सुधीर सक्सेना और एडीजी महिला सुरक्षा प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव के निर्देशन में अभियान का छठा चरण एक फरवरी से शुरू हुआ है, जो 29 फरवरी तक चलेगा। घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए पुलिस की महिला सुरक्षा शाखा द्वारा यह नवाचार किया गया है। धारा-125 के तहत दायर केस में न्यायालय से जारी समन-वारंट की प्रदेश भर के थानों और महिला डेस्क के प्रयासों तामीली कराई जाती है।

उल्लेखनीय है कि वारंट की तामीली नहीं होने से न्यायालय में होने वाली देरी के कारण पीड़ित महिलाओं को भरण-पोषण के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है।

इन जिलों ने किया उत्कृष्ट प्रदर्शन आपरेशन

हेल्पिंग हैंड के पहले चरण में शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, बैतूल और निवाड़ी जिलों में सबसे अधिक समंस/वारंट की तामीली कराई गई। इसी तरह दूसरे चरण में मंडला, खरगोन, ग्वालियर, श्योपुर, अनूपपुर जिलों में सर्वाधिक समंस/वारंट तामील हुए। तीसरे चरण में छतरपुर, सिवनी, झाबुआ, इंदौर, छिंदवाड़ा, चौथे चरण में झाबुआ, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, सीहोर, नर्मदापुरम और पांचवें चरण में उज्जैन, ग्वालियर, भोपाल, इंदौर और राजगढ़ जिलों में सबसे अधिक वारंट की तामीली कराई गई।


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