अली अब्बास, ब्यूरो चीफ, मथुरा (यूपी), NIT:

उत्तर प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान, मथुरा, उत्तर प्रदेश में विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रोफेसर अनिल कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में डॉ. संजय सिंह,महानिदेशक, उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद लखनऊ तथा डॉ. एम. बी. चेट्टी, कुलपति, संस्कृति विश्वविद्यालय, मथुरा की उपस्थिति में विश्वविद्यालय की ‘आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ’ की समीक्षा बैठक संपन्न की गई। समीक्षा बैठक में विश्वविद्यालय की कुलपति, प्रोफेसर श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा विश्वविद्यालय के नैक मूल्यांकन की प्रक्रिया को संपन्न करने हेतु, विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता, निर्देशक तथा विभागध्यक्षों को निर्देशित किया।
इस बैठक में डा. चेट्टी ने विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षकों एवं अधिकारियों को नैक मूल्यांकन के विभिन्न पहलुओं जैसे पाठ्यक्रम, छात्रों को सीखने का मूल्यांकन, अनुसंधान, नवाचार और प्रसार शिक्षा, विश्वविद्यालय का बुनियादी ढांचा, छात्र हित, संचालन नेतृत्व एवं प्रबंधन तथा विश्वविद्यालय की सर्वोत्तम प्रथाएं के बारे में विस्तृत चर्चा की। समीक्षा बैठक में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक, प्रोफेसर बृजेश यादव ने पूर्व बैठक में वाह्य विशेषज्ञों द्वारा दी गई सलाह के अनुपालन का प्रस्तुतीकरण किया।
वाह्य विशेषज्ञों ने विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता, निर्देशक तथा शिक्षकों को विश्वविद्यालय आयोग द्वारा नैक मूल्यांकन के लिए दी गई गाइडलाइंस को अपनाते हुए, विश्वविद्यालय की कार्यशैली को सुदृढ़ करने का सुझाव दिया। इस अवसर पर असम कृषि आयोग के अध्यक्ष, डॉ. एच. एस. गुप्ता ने विश्वविद्यालय में स्थापित बकरी पालन इकाई तथा इंटीग्रेटेड फार्मिंग को असम राज्य में वहां के विशेषज्ञों का प्रशिक्षण देकर ट्रेड करने तथा कृत्रिम गर्भाधान द्वारा प्रजाति उन्नयन हेतु विश्वविद्यालय की कुलपति से चर्चा की। असम राज्य में बकरी पालन को बढ़ावा देने हेतु, विश्वविद्यालय कुलपति द्वारा एक प्रस्तुतीकरण भी दिया गया। जिसकी डॉ. गुप्ता द्वारा काफी सराहना की गई तथा इसे असम राज्य में अपनाने की स्वेच्छा जाहिर की।
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