मुकेश कुमार, पन्ना ( मप्र ), NIT;
पन्ना अवैध रेत उत्खनन और अवैध रेत परिवहन को लेकर हमेशा सुर्खियों में बना रहता है, कारण यह है कि पन्ना की अजयगढ़ तहसील के केन नदी के किनारे बसे मुहाना, वीरा, भानपुर, बरकोला, फरस्वाहा, चडीपाठी, चदौरा, भीना, जिगनी, रामनई, खरौनी, बेहरपुरवा, बनोली सहित कई गांवों से प्रति दिन रेत का अवैध परिवहन और भण्डारण धड़ल्ले से प्रशासन की मिली भगत से किया जा रहा सषहै जिससे शासन को लाखो रूपये की रॉयल्टी का नुकसान हो रहा है।
इस अवैध कारोबार में बतौर कमीशन प्रतिदिन लाखों रुपये अधिकारियों की जेब में जा रहा है और अधिकारी अपने ए सी चेंबर में आराम फरमा रहे हैं।
यदा कदा इस अवैध रेत कारोवार को रोकने का प्रयाश प्रशासनिक अमले द्वारा किया जाता है तो यही रेत माफिया उन पर हावी हो जाते है एवम तरह तरह के हथकंडे अपनाते है हलाकि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त कार्यवाही से इस अवैध रेत कारोवार पर कई बार अंकुश लगाने का प्रयाश किया गया परन्तु यह नाकाफी साबित हुआ।अब तो रेत माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो गए है या यू कहे कि आज पुलिस और प्रशासन के लिए रेत माफिया भस्मासुर बन गए है अब तक जिन रेत माफियाओं से अपनी तिजोरियां भर रहे अधिकारी और कर्मचारी कार्यवाही करने से बचते नजर आ रहे थे और ऊपर से दवाव वश कार्यवाही करने को विवश होना पड़ा तो रेत माफियाओं ने अपने दबंगई के दम पर अजयगढ़ तहसीलदार को ही बंधक बना लिया।
जानकारी के अनुसार अजयगढ़ तहसीलदार डी पी सिंह बघेल मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के लिए संचालित भावन्तर योजना के तहत विशेष ग्राम सभा में सम्मलित होने जा रहे थे तभी 12 से 15 बंदूकधारियों ने उन्हें 3 घंटे तक बंधक बनाए रखा तथा जान से मारने की धमकी भी दी, किसी तरहा जान बचाकर भागे तहसीदार ने अजयगढ़ आकार थाना प्रभारी को लिखित शिकायत दी है जिस पर पुलिस ने ववेचना शुरू कर दी है।
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