अब्दुल वहीद काकर, धुले (महाराष्ट्र), NIT;
धुलिया पंचायत समिति के ब्लाक शिक्षाअधिकारी को एंटी करप्शन ब्यूरो ने तीन शिक्षाकर्मी से सेवा पुस्तिका में हाज़री दर्ज कर हाज़री का सर्टिफिकेट तथा वेतन प्रस्ताव भेजने के बदले रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। प्रथामिक शिक्षा अधिकारी से बुधवार शाम दों घँटों तक गहनता से जांच पड़ताल की गई जिस में जांच की जानकारी से पत्रकारों को विस्तार से अवगत नही कराया गया।
पंचायत समिति शिक्षा विभाग के ब्लाक शिक्षा अधिकारी सुरेखा देवरे को एंटी करप्शन ब्यूरो ने क्षेत्र के शिक्षाकर्मीयों से हाज़री दाखले और वेतन प्रस्ताव भेजने के बदले 9 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार धुलिया पंचायत समिति क्षेत्र के शिक्षकों तथा अन्य कर्मियों को वेतनवृद्धि प्रस्ताव शिक्षा विभाग जिला परिषद को पंचायत समिति ब्लाक शिक्षा अधिकारी श्रीमती सुरेखा देवरे द्वारा हाज़री पुस्तिकाओं मे उपस्थिति दर्ज करा कर उसका प्रमाण पत्र शिक्षा विभाग को प्रस्तुत करना था ।जिसमें उन्होंने प्रमाण पत्र जारी करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति से तीन हज़ार रुपये रिश्वत की मांग की थी जिसकी शिकायत एंटी करप्शन विभाग धुलिया से की गई थी । उप अधीक्षक शत्रुघ्न माली ने मामले की जांच पड़ताल करने के उपरांत ब्लाक शिक्षा अधिकारी सुरेखा देवरे को रंगे हाथों अॅन्टी करप्शन पुलिस उप अधिक्षक श्री शतुध्न माळी और पुलिस निरीक्षक महेश भोरटेकर के जांच दस्ते ने गिरफ़्तार किया है । वही बुधवार शाम दों घँटों तक ज़िला परिषद शिक्षा अधिकारी मोहन देसले की ए सी बी ने कड़ी जांच की है।
ज़िला परिषद तथा पंचायत समिति में पकडे गए कई भ्रष्टाचारी
पंचायत समिति तथा जिला परिषद के विभागों में कदम कदम पर भ्रष्टाचार है। यहां तक कि पंचायत राज समिति दौरे पर आए विधायक को भी रिश्वत देने की पेशकश जिला परिषद उप मुख़्य अधिकारी ने किया था। शिक्षक सेवा प्रस्ताव आदि रिश्वतख़ोरी के मामलों में शिक्षा विभाग तथा अन्यके अधिकारी भी रिश्वत लेते हुए पकडे जा चुके हैं। इसके बाद भी रिश्वत लेने वाले अधिकारी और कर्मचारी बेखौफ हैं, वे शिक्षा सेवक शिक्षकों से भी पैसे की वसूली कर रहे हैं और उन्हें चक्कर लगवा रहे हैं।
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