अब्दुल वाहिद काकर, विशेष प्रतिनिधि, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
पूर्वमंत्री सुरेश जैन ने राजनीति में दोबारा से आगमन के सारे अटकलों पर पूर्ण विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल की राजनीतिक परिस्थितियां अनुकूल नहीं है। उनकी इच्छा फिर सक्रिय तौर पर राजनीति करने की नहीं है। जलगांव शहर की हालत बहुत ही खस्ता हो गई है। उनके सपनों का जलगाँव बहुत ही खराब हो गई। उनके सहयोगियों भी इधर उधर हो गए हैं और न ही उनके परिवार से कोई अब राजनीति में नहीं आएँगा इस तरह की जानकारी शनिवार को पूर्व मंत्री सुरेश जैन ने पत्रकार वार्ता में कही। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी एसडी-सीड अर्थात सुरेशदादा शैक्षिक एवं उद्यमिता विकास योजना के माध्यम से उच्च शिक्षा के लिए दी जाने वाली श्रीमती प्रेमाबाई भीकमचंदजी जैन उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति वितरण समारोह मंगलवार को आयोजित किया गया। यह समारोह 21 नवंबर को छत्रपति संभाजीराजे नाट्य मंदिर में आयोजित किया गया है।
मुख्य अतिथि के रूप में गणित के प्रसिद्ध प्रोफेसर, सुपर बर्टी, पटना के जनक पद्मश्री आनंद कुमार और भारतीय जैन एसोसिएशन, पुणे के अध्यक्ष शांतिलाल मुत्था उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम के अवसर पर, साक्षात्कारकर्ता मंगला खाडिलकर उनका साक्षात्कार लेंगे। पूर्व मंत्री ने कहा कि आनंद कुमार 11वीं विज्ञान विभाग के छात्रों को मार्गदर्शन करेंगे। पांच विद्यार्थियों को आनंद के साथ डिनर करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। सुरेश जी ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी 500 विद्यार्थियों को 5000 से ₹25000 तक शिष्यवर्ती दी जाएगी इनमें विशेष तौर से जलगांव जिले के विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
45000 विद्यार्थियों को अभी तक ट्रेनिंग दी गई है जिसमें उन्हें रोजगार प्राप्त करने के लिए ट्रेनिंग और इंटर्नशिप के साथ ही मार्गदर्शन भी समय-समय पर मुहैया कराया जा रहा है। एचडीएफसी के माध्यम से अनेक विद्यार्थी विदेश में शिक्षा और नौकरी भी कर रहे हैं। पूर्व मंत्री जैन ने कहा की जलगांव जिले का कोई भी गरीब विद्यार्थी शिक्षा से वंचित नहीं होगा इसके लिए एसडी सीड हर संभव प्रयास करेंगे और शिक्षक भर्ती उपलब्ध करा कर देगी।
राजनीति में दोबारा आगमन पर सुरेश जैन ने कहा की उनके पास अब पुरानी टीम भी नहीं है और न ही उनकी राजनीति में आने की इच्छा है। जलगांव शहर का विकास 2014 के बाद से थम सा गया है अब इसके लिए कोई श्री कृष्ण ही दोबारा जन्म लेना लेगा इस तरह की टिप्पणी पूर्व मंत्री सुरेश जैन ने की।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.