जमशेद आलम, ब्यूरो चीफ, भोपाल (मप्र), NIT:
राजधानी के व्यस्ततम इलाके मंगलवारा थाना क्षेत्र में गुंडों ने बहन-भांजी के साथ दुर्व्यवहार और बद्तमीजी करने से रोकने वाले युवक की बीच बाजार सरेआम हत्या कर दी और मौके पर उपस्थित जन मानस और पुलिस मूकदर्शक बनी देखती रही, किसी ने भी वारदात होने से रोकने की जहमत तक नहीं उठायी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, अभा कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. रागिनी नायक और विधायक आरिफ मसूद आज राजधानी के भारत टाकीज स्थित शाकिर अली खान अस्पताल के पीछे पटेल नगर मृतक के परिजनों से मुलाकात करने उनके निवास पर पहुंचे।
कांग्रेस नेताओं ने घटना में मृत पीड़ित के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना देते हुए घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को सजा दिलाये जाने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।
डॉ. रागिनी नायक ने घटना को लेकर मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि शिवराजसिंह जी से सीधा सवाल पूछना चाहती हूं कि बहन-भांजी की गुंडों से सुरक्षा करने पर अमित सिरोलिया को अपनी जान से हाथ क्यों धोना पड़ा, सिरोलिया की जान इसलिए गई, क्योंकि वे एक मामा होने का फर्ज अदा कर रहे थे, अपनी बहन अपनी भांजी के साथ हो रहे दुर्व्यवहार और बदसलूकी का विरोध कर रहे थे और यदि शिवराजसिंह जी यही काम आपने किया होता तो उस नौजवान की जान न जाती। यह अकेला भाई नहीं है, जिसकी बहन के साथ मां के साथ जिसकी बेटी के साथ दुव्यर्वहार प्रदेश में हो रहा है।
डॉ. रागिनी नायक ने कहा कि एक भी दिन ऐसा नहीं जाता, जब दिल दहलाने वाली वारदात दिखाई न देती हो। आज मेरा मन बहुत व्यथित है, एक मां चित्तकार लगा लगाकर रो रही थी, लेकिन यहां से चार किलोमीटर दूर आप रहते हैं, आपको बहन-बेटियों के आंसू नजर नहीं आते, बहन बेटियों की चीख पुकार सुनाई नहीं देती। शर्म आनी चाहिए, शिवराजसिंह जी।
उन्होंने कहा कि एक तरफ उज्जैन में 12 साल की बेटी के साथ अमानवीय कृत्य होता, उसके अंग भंग कर दिये जाते है, वह 8 घंटे सड़क पर घूमती रहती है और पुलिस कहती है कि वह विक्षिप्त थी, भिखारन थी। शिवराज जी आखिर प्रदेश की पुलिस को क्या निर्देश देते हैं कि अगर महिलाओं के साथ कोई अपराध हो रहा हो तो आंख बंद करके कान बंद करके सो जायें?
उन्होंने कहा कि राजधानी में भी चल समारोह के दौरान एक बहन पुलिस से गुजारिश करने गई, पुलिस की गाड़ी के दरवाजे खटखटाये, उसमें बैठे हुए आदमी से कहा कि हमारी मदद कर दो, बहनों की पिटाई हो रही है, भाई को जान से मार दिया जा रहा है, लेकिन उसकी कोई मदद नहीं की गई। उन्होंने कहा कि यही बात नहीं आप नीमच की तरफ देखिये छोटी-छोटी 10-12 साल की बेटियां बिक रही है, उनके शरीर-देह के बाजार लग रहे हैं। जबलपुर, कटनी में आदिवासी युवती के साथ बलात्कार कर उसका सिर कुचलकर उसकी हत्या कर नाले में फेंक दिया जाता है। शिवराज जी मुंह में दही जमाकर बैठे है, क्या आप भी हवा हवाई नेता है। वहीं बाढ आती है तो आपको गोद में उठा कर ले जाते हैं, लेकिन यहां चार किलोमीटर दूर इतना अन्याय हुआ, अगर कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल मृतक के परिजनों से मिलने आ सकता है तो आपको तो जनता ने चुनकर बैठाया है। आप अपने आप को मामा कहते हैं, मामा या भाई 250 रू. की रिश्वत अपनी बहन को देता नहीं है, बहन के साथ रक्षा का सूत्र निभाता है।
डॉ. रागिनी नायक ने कहा कि इस प्रदेश की महिलाएं कह रही हैं कि शिवराज जी हमारे आत्म सम्मान की सुरक्षा करो, हमारी इज्जत की रक्षा करो। क्या आप 250 रू. देकर महिलाओं के सम्मान की रक्षा कर लेंगे? जो सरकार अपने प्रदेश की महिलाओं-बेटियों की इज्जत और आबरू नहीं बचा सकती, लानत है ऐसी सरकार पर जो रोती चित्कार भरती हुई मां के आंसू न पौछ सके, उसके जख्मों पर मरहम न लगा सके, बेटियों, बहनों के आंसुओं का मोल न रख सकती हो, आप जान लीजिएगा अगर महिलाएं ठान ले तो शिवराज जी आपकी सरकार उल्टे पांव दौड़ते हुये दिखायी देगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की महिलाओं के साथ इतना अन्याय मत कीजिए। मैं आपको चेतावनी देना चाह रही हूं। देश और प्रदेश की बेटियों के लिए मैं कहना चाहती हूं कि ‘‘लड़ रही हैं बेटियां, पढ़ रही हैं बेटियां, अपना हर वजूद खुद गढ़ रही हैं बेटियां, इस अंधेरी रात में जब तलक न भोर हो, दीप बनकर स्वयं जल रही हैं बेटियां’’, एक बेटी आज आपसे न्याय की गुहार मांग रही है। शिवराज जी अगर आपके अंदर लेश मात्र भी शर्म हो तो एक बार उस बेटी के पास आईए और पूछिए उसका क्या हाल हैं?
कांग्रेस नेताओं को मृतक की मां-बहन एवं भांजी और छोटे भाई ने घटना की आप बीते बताते हुये न्याय की गुहार लगायी और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की।
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