मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

भारत के हाजियों की निस्वार्थ भाव से सेवा को अपना मिशन बनाने वाले और ऑल इंडिया हज वेलफेयर सोसाइटी की स्थापना करके इस संगठन का भारत के अनेक राज्यों में विस्तार करके अपनी एक टीम के माध्यम से अपनी अलग शिनाख्त और राष्ट्रीय पहचान बनाने वाले संस्था के संस्थापक एवं नेशनल चेयरमैन के रूप में प्रसिद्धि पाने वाले खंडवा के माया नाज़ सपूत मुकीत ख़ान किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। अपने एक मिशन को लेकर चलना, आगे बढ़ना और टीम भावना से इस मिशन के तहत संस्था की शाखों को पूरे भारत में विस्तारित करना सिर्फ और सिर्फ मुकीत ख़ान की बौद्धिक क्षमताओं को प्रदर्शित करता है।
मुकीत ख़ान खंडवा बिना किसी लाग लपेट के समाज सेवा और देश सेवा कर रहे हैं। मुस्लिम समाज में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। मुस्लिम बच्चों में शिक्षा की अलख जगा कर मुस्लिम समाज जनों को राष्ट्र की मुख्य धारा में जोड़ने का काम कर रहे हैं। उर्दू भाषा के साथ-साथ हिंदी भाषा की भी सेवा करके देश की उन्नति में अपना योगदान दे रहे हैं। जहां उर्दू भाषा ने अनेक हिंदी विद्वान दिए हैं वहीं हिंदी भाषा के भी मुस्लिम विद्वान है जो भाषाई भावना से उठकर देश की सेवा कर रहे हैं। और ऐसे लोगों का सम्मान करके उनकी हौसला अफजाई करना हम सब की सामूहिक सामाजिक जिम्मेदारी है।
यह काम संगम एकेडमी संगम वाटिका कोटा राजस्थान ने करके उर्दू भाषा के एक मायानाज़ सपूत मुकीत ख़ान खंडवा को उसके द्वारा हिंदी भाषा के लिए विशेष योगदान देने के लिए राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान से सम्मानित कर गौरवान्वित किया है। साथ ही उनसे यह अपेक्षा की है कि हिंदी भाषा राष्ट्रभाषा घोषित हो इसी कामना के साथ आपको राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान प्रदान करते हुए हमारी संस्था गौरांवित है। हम आपके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं। इस सम्मान पर ऑल इंडिया हज वेलफेयर सोसाइटी की संपूर्ण प्रदेश, जिला एवं तहसील इकाइयों के पदाधिकारी और सदस्यों, इष्ट मित्रों और शुभचिंतकों ने मुकीत खान को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की मंगल कामना की है।