रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

सीईओ जनपद पंचायत मेघनगर की अध्यक्षता में जनपद सभाकक्ष में मिशन महिमा कार्यक्रम के अंतर्गत माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता विषय पर उन्मुखीकरण प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
उन्मुखीकरण प्रशिक्षण में प्रतिभागियों ने माहवारी स्वास्थ्य और स्वच्छता के मुद्दे को संबोधित करने के लिए अपनी ग्राम पंचायत के लिए अपनी कार्य योजना भी बनाई।

बेहतर मासिक धर्म स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने एक दूरगामी कार्य योजना तैयार की और इसे ग्राम पंचायत विकास योजना का हिस्सा बनाने की ऊपर चर्चा की।
जब माहवारी एक वर्जित विषय है तो सुरक्षित माहवारी प्रबंधन पीछे रह जाता है और ये किशोरी बालिका एवं महिलाओं के लिए हानि करक साबित होते हैं। बातचीत की कमी से समस्याएँ आती हैं।

शरीर, स्वच्छता प्रथाओं और संक्रमणों की देखभाल के बारे में गलतफहमियाँ उभरती हैं। माहवारी स्वच्छता प्रबंधन लड़कियों और महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है। लड़कियों और महिलाओं को अपने माहवारी को स्वस्थ तरीके से प्रबंधित करने में सक्षम बनाने के लिए कार्यों का एक सेट आवश्यक है, जिसमें जागरूकता, आवश्यक स्वच्छता उत्पादों तक पहुंच, गुणवत्ता सेवा और सामाजिक समर्थन। ऐसी सेवाएँ जो स्वच्छ उपयोग और सुरक्षित माहवारी अपशिष्ट प्रबंधन की सुविधा प्रदान करती हैं। इन सभी को ध्यान में रखते हुए झाबुआ को माहवारी सुलभ ज़िला बनाने के लिए मिशन महिमा कार्यक्रम को माहवारी स्वास्थ्य सेवा श्रृंखला को संबोधित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
जिसमें जागरूकता, उत्पाद पहुंच, उपयोग और सुरक्षित निपटान शामिल है। झाबुआ कलेक्टर सुश्री तन्वी हुड्डा की अध्यक्षता एवं मार्गदर्शन में मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन पर चरणबद्ध क्षमता निर्माण एवं उन्मुखीकरण कार्यक्रम जिले एवं ब्लॉकवार आयोजित किये जा रहे हैं। आजीविका मिशन झाबुआ इस कार्यक्रम का नोडल विभाग है।
मिशन महिमा कार्यक्रम पर हर माह की पहली टीएल मीटिंग के बाद बैठक आयोजित की जाती है। इस बार बैठक सीईओ जिला पंचायत श्रीमती रेखा राठौर की अध्यक्षता में आयोजित की गई और सभी सीईओ जनपद पंचायत को अपने ब्लॉक में साझा तिथियों पर माहवारी स्वास्थ एवं स्वछता, सिकेल सेल एनीमिया एवं बाल विवाह विषय पर उन्मुखीकरण प्रशिक्षण आयोजित करने के निर्देश दिए गए।
इस उन्मुखीकरण प्रशिक्षण में बाल विवाह एवं सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम पर भी प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में 50 से अधिक लोगों ने भाग लिया, प्रतिभागियों में आजीविका मिशन के ब्लॉक प्रबंधक, पंचायत राज संस्था के सदस्य, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, जन अभिजान परिषद् के जन सेवा मित्र एवं गैर सरकारी संगठन के कर्मचारी भी शामिल थे।