कासिम खलील, बुलढाणा (महाराष्ट्र), NIT; जिला एसपी शशिकुमार मीणा ने बुलढाणा जिले में राशन माफियाओं की तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हुए हैं। आए दिन जिले में पुलिस प्रशासन द्वारा राशन तस्करी के मामलों को बेनकाब किया जा रहा है, जबकि आपूर्ति विभाग मौन धारण काए हुए है, जिससे यह साबित होता है कि ज़िले में राशन के अनाज की कालाबाजारी में आपूर्ति विभाग भी कहीं ना कहीं भागीदारी में शामिल है। बुलढाणा एलसीबी द्वारा मारे गए छापे के बाद अमडापुर थाने में राशन अनाज की कालाबाजारी करने वाले राशन दुकानदार पर भी अपराध दर्ज किया गया है। इस छापे में पुलिस ने 97 क्विंटल राशन का माल भी जप्त किया है।
विगत 10 अगस्त की रात में बुलढाणा एलसीबी प्रमुख प्रताप शिकारे को गुप्त जानकारी मिली थी कि चिखली तहसील के ग्राम धोड़प के निवासी राशन दुकानदार दामोदर काशीराम कोल्हे ने अवैध रूप से राशन के अनाज का जखीरा कर रखा है, जिसे वह कालाबाजारी में बेचने वाला है। तत्पश्चात उक्त स्थान पर एलसीबी का एक दल पहुंचा और मिली जानकारी के मुताबिक दो पंचों के साथ राशन दुकान के पीछे बने दो कमरों पर छापा मारा जहां पर अवैध रूप से बड़ी संख्या में गेहूं के बोरे दिखाई दिए। रात 10 बजे हुई इस कार्रवाई के बाद चिखली तहसील कार्यालय से संपर्क का प्रयास किया गया किंतु नहीं हो पाया। रात में अनाज से भरे दोनों कमरों को सील कर दिया गया और अगले दिन 11 अगस्त को चिखली तहसील के आपूर्ति विभाग के निरीक्षण अधिकारी अजीत शेलार, आपूर्ति निरीक्षक योगेश जंगले तथा ग्राम धोडप के पटवारी रफीक सैय्यद की मौजूदगी में पकड़े गए माल का पंचनामा किया गया। राशन दुकानदार दामोदर कोल्हे की मालिकी के इन कमरों में से पहले कमरे में 230 कट्टे तथा दूसरी खोली में 119 कट्टे इस प्रकार कुल 349 कट्टे गेहूं के मिले जिनमें से 150 कट्टे सरकारी बोरे में थे जबकि 199 बोरे पलटी मारे हुए थे। इस विषय में जब दुकानदार से निरीक्षण अधिकारी ने जवाब तलब किया तो दुकानदार कोई समाधानकारक उत्तर नहीं दे पाया और इस अनाज के कोई अधिकृत कागज भी नहीं दिया। निरीक्षण अधिकारी ने अनाज की जांच के लिए नमूने अपने पास ले लिए और राशन दूकान का रिकॉर्ड जांच के लिए जप्त कर लिया। तत्पश्चात चिखली तहसील आपूर्ति विभाग द्वारा मामले की पूरी जांच के बाद बुलढाना एलसीबी को एक पत्र देकर सचेत किया गया कि धोडप के राशन दुकानदार दामोदर काशीराम कोल्हे को प्रतिमाह 77 क्विंटल 50 किलो गेहूं वितरण के लिए दिया जाता है किंतु वहाँ पाया गया अनाज अधिक है जो अवैध रूप से जखीरा कर रखा गया है। दुकानदार कोल्हे को जुलाई माह में वितरण के लिए 77 क्विंटल 50 किलो गेहूं दिया गया था जिसे उसने जनता में वितरित नहीं किया है इसलिए 97 क्विंटल गेहूं अतिरिक्त पाया गया। तहसील कार्यालय से यह हवाल प्राप्त होने के बाद अमडापुर पुलिस स्टेशन में एलसीबी के पीएसआय इमरान इनामदार ने लिखित रूप से शिकायत दी जिसमें कहा गया है कि आरोपी राशन दुकानदार दामोदर काशीराम कोल्हे के पास से 97 क्विंटल गेहूं अतिरिक्त पाया गया है। इस अनाज की कीमत 1 लाख 45 हज़ार 5 सौ रुपये आंकी गई है जिसे जप्त किया गया है। यह अनाज काले बाजार में बिकने के लिए जाने वाला था इस शिकायत के आधार पर राशन दुकानदार के खिलाफ जीवनावश्यक वस्तू अधिनियम की कलम 3,7 के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया। मामले की अधिक जांच अमडापुर पुलिस कर रही है। इस छापामार कार्रवाई में बुलढाणा एलसीबी के पीएसआय इमरान इनामदार सहित कर्मी विकास खांझोड़े, सैय्यद हारून, चांदुरकर, शेख नदीम, संदीप मोरे, सरिता वाकोडे वाहन चालक भारत राजपूत का समावेश था।
जनता का अनाज कालाबाज़ारी में
बुलढाणा जिले में विगत कुछ महीनों में सरकारी राशन के अनाज की कालाबाजारी जोरों पर हो रही है। किसी भी अवैध व्यवसाय को अंजाम देने के लिए संबंधित विभाग की अनुमति जरूर ली जाती है। बुलढाणा जिले में जो राशन की कालाबाजारी चल रही है उसके पीछे जरूर आपूर्ति विभाग भी है। यही कारण है कि वाहन के वाहन सरकारी राशन बेच दिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं सरकारी अनाज की यातायात करने वाले ठेकेदार पर तो आपूर्ति विभाग कुछ ज़्यादा ही महेरबान नज़र आ रहा है। पीछले दिनों चिखली में सरकारी अनाज की यातायात करने वाले ठेकेदार का एक ट्रक कालाबाजारी में जाते समय पकड़ा गया था और दो दिन पहले खामगांव में भी एक ट्रक पकड़ा गया है। विशेष बात तो यह है कि यह ट्रक यातायात ठेकेदार का है। ऐसे में यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर यातायात ठेकेदार में इतनी हिम्मत कैसे आ गई है कि वह खुलेआम जनता का अनाज कालाबाजारी में बेच रहा है? इस विषय में वरिष्ठ अधिकारियों को उचित निर्णय लेते हुए शासकीय नियमों का उल्लंघन करने वाले यातायात ठेकेदार पर तथा मौन धारण किए हुए जिला पूर्ति अधिकारीयों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
यातायात ठेकेदार को “शो-कॉज़” नोटिस जारी
दो दिन पहले खामगांव में शहर थानेदार यु.के. जाधव ने एक 12 पहिया ट्रक पकड़ा था, जिसमें अवैध रूप से सरकारी राशन का अनाज गोंदिया की राइस मिल में बेचने के लिए जा रहा था। इस मामले में पुलिस ने नांदुरा निवासी ओम राठी को आरोपी बनाया है। राठी पर पहले भी राशन अनाज की तस्करी के अपराध दर्ज हैं। ख़ास बात तो ये है कि आरोपी राठी के पास राशन की दूकान है और ज़िले के राशन यातायात ठेकेदार श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट अमरावती ने राठी को नांदुरा तहसील में द्वार पहोंच योजना का काम संभालने की ज़िम्मेदारी दे रखी है और राठी खुद राशन के अनाज की तस्करी में लिप्त पाया गया। जिस ट्रक से अनाज की कालाबाज़ारी की जा रही थी वो ट्रक अनाज ढुलाइ के लिए अधिग्रहीत किया हुआ है। ऐसे में यातायात ठेकेदार भी कहीं ना कहीं दोषी ज़रूर है, इसलिए जिलाधीश चंद्रशेखर पुलकुंडवार के आदेश पर जिला आपूर्ति विभाग ने यातायात ठेकेदार श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट को कारण बताव नोटिस जारी करते हुए जावाब तलब किया है। अब देखना है कि इस मामले में आगे क्या होता है?
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