वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
टीबी कंट्रोल एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा कर्मचारियों की विभिन्न लंबित मांगो के संदर्भ में जिलाधिकारी को संबोधित एक 6 सूत्रीय ज्ञापन उपजिलाधिकारी अतिरिक्त को दिया गया। इसके अतिरिक्त एक ज्ञापन सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता को भी दिया गया।
ज्ञापन में मौजूद 6 सूत्री मांगों में गत वर्षों में कई संविदा कर्मियों की दुर्घटना इत्यादि में आकस्मिक मृत्यु हो गयी है या अपंग हो गए हैं। ऐसे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत सभी संविदा कर्मियों हेतु गत 5 वर्षों से लंबित सामूहिक बीमा योजना को अविलंब लागू किया जाए तथा सभी संविदा कर्मियों को पंडित दीन दयाल उपाध्याय कर्मचारी कैशलेस बीमा योजना का लाभ प्रदान किया जाए, कार्यक्रम के अन्तर्गत गत 23 वर्षों से कार्यरत लैब टेक्नीशियन, डाटा एन्ट्री ऑपरेटर, टीबीएचवी एवं ड्राइवर का मूल वेतन नवीन राष्ट्रीय कार्यक्रमों जैसे मेन्टल हैल्थ, ब्लड बैंक, एनसीडी के कर्मचारियों हेतु स्वीकृत मूल वेतन से भी कम है अतः आपसे अनुरोध है कि उक्त कर्मचारियों का मूल वेतन का पुन निर्धारण किया जाए।
3 संविदा कर्मचारियों को क्षेत्रीय भ्रमण हेतु दिए जा रहे POL की धनराशि को वेतन में जोड़कर दिया जाए। वर्तमान में सभी संविदा कर्मियों को 3 एवं 5 वर्ष नौकरी पूर्ण करने पर लॉयल्टी बोनस देने का प्रावधान है। अतः कर्मचारियों की वरिष्ठता के दृष्टिगत 10. 15 एवं 20 वर्ष की नौकरी पूर्ण कर चुके कर्मचारियों को लॉयल्टी बोनस दिये जाने का प्रावधान किया जाये। विगत वर्षों मे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अनेक कार्यक्रमों एवं पदों जैसे डीपीएमयू, बीपीएमयू, एचआईवी स्टाफ, मेंटल हेल्थ व ब्लड बैंक इत्यादि में संविदा कर्मियों के मूल वेतन में वृद्धि हुई है, जबकि संगठन के बार-बार प्रत्यावेदन के बाद भी राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के कर्मचारी पूर्ण रूप से उपेक्षित है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत रिक्त पदों पर तत्काल नियुक्ति की जाये तथा एसटीएलएस हेतु चयनित अभ्यर्थियों की तत्काल नियुक्ति की जाए। अग्रलिखित लम्बित मांगो पर प्रभावी कार्यवाहीं न हो पाने के कारण निराश होकर संगठन की एक प्रदेश स्तरीय बैठक दिनांक 13 अगस्त को विश्व संवाद केन्द्र लोहिया पथ लखनऊ में आयोजित की गयी थी, जिसमें प्रदेश के सभी जनपदों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया था। जिसमें सर्वसम्मति से निम्नलिखित निर्णय लिये गये हैं। इसके क्रम में मांगे ना माने जाने पर सभी कर्मचारी 25 एवं 28 अगस्त 2023 को कर्मचारी काली पट्टी बांधकर कार्य करेगें, चूंकि क्षय उन्मूलन कार्यक्रम जन स्वास्थ्य से जुड़ा अतिमहत्त्वपूर्ण कार्यक्रम है, जिसमें क्षय रोगियों के हित एवं टीबी मुक्त भारत वर्ष 2025 हेतु प्रत्येक संविदा कर्मचारी समर्पित है, परन्तु प्रभावी कार्यवाहीं न होने पर दिनांक 01 सितम्बर से 28 सितम्बर तक संविदा कर्मचारियों द्वारा निःक्षय पोर्टल पर कोई भी डाटा अपलोड नहीं किया जायेगा।
27 सितम्बर को भारतीय मज़दूर संघ (बीएमएस) के तत्वावधान में संविदा, स्वास्थ्य कर्मचारियों के हित में लखनऊ में प्रस्तावित रैली में समस्त संविदा कर्मचारी प्रतिभाग कर अपना विरोध दर्ज करायेंगे। तत्पश्चात भी उक्त लम्बित मांगो पर अपेक्षित कार्यवाहीं नहीं होती है तो प्रदेश के समस्त संविदा कर्मचारियों को अनिश्चितकालीन हड़ताल हेतु बाध्य होना पड़े़गा। जिसका समस्त उत्तरदायित्व शासनिक / प्रशासनिक उच्च अधिकारियों की होगी। ज्ञापन देने वालों में अनिल कुमार, संजय त्रिपाठी, संजय राय, मनीष, मुनीश्वर, लाला राम, आलम, सुरेंद्र, देवेंद्र, करुणा, अनुरुप, रंजीत एवं समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.