वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
महिला प्रधान मैसूरजहां व पंचायत सचिव के प्रयास से हाईटेक विकास की ओर अग्रसर श्रीनगर ग्राम पंचायत।
स्कूल, अस्पताल, प्रकाश एवं मार्ग व्यवस्था सुदृढ़, स्टेडियम, पार्क, बारात घर, सोलर पावर हाउस के भावी प्रस्ताव…
ग्राम प्रधान श्रीनगर मैसूरजहां ने गांव की ऐसी बदली तस्वीर की आज गांव की दीवारों व आंगनबाड़ी केंद्र, विधालय पर पेंटिग, स्लोगन करते हैं युवाओं व बच्चों को प्रेरित, ऐनम सेन्टर, शोक पिट, सड़कें दे रही स्वच्छता का संदेश!
सरकार गांव के विकास के लिए खूब पैसा दे रही है गांव में काम भी बहुत है बस उन्हें कराने की इच्छा शक्ति होनी चाहिए पंचायत में विकास की कहानी कैसे लिखी जा रही है? इसे देखना है तो जनपद खीरी की फूलबेहड़ ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायत श्रीनगर जरूर आइए।
आज के श्रीनगर पंचायत के गुजरे कल की तस्वीर बहुत अलग है विकास की दौड़ में शहरों व नगरों से प्रतिद्वंद्विता कर रहा यह पंचायत उन सभी ग्रामीण क्षेत्रों, पंचायतों के लिए उदाहरण है जो बदलाव चाहते हैं।
जब भी महिला प्रधान का नाम आता है तो ज्यादातर लोगों के दिलों दिमाग में यहीं आता है कि उनका काम वो नहीं प्रधान प्रतिनिधि करते होंगे लेकिन श्रीनगर ग्राम पंचायत की महिला प्रधान मैसूरजहां अपने दम पर “स्वच्छ भारत अभियान” व पंचायत के विकास कार्यों को अपने अथक प्रयासों से एक नई दिशा दे रही है।
“मैं पिछले तीन वर्षों से ग्राम प्रधान हूं और मेरा यही प्रयास रहता है कि हमारी ग्राम पंचायत श्रीनगर साफ और स्वच्छ रहें। इसके लिए मैंने जगह-जगह पर कूड़ादान रखवाए है और नालियों को समय-समय पर साफ कराते रहते है। इसके साथ सभी गाँव में शौचालय की व्यवस्था की है।” ऐसा बताती हैं, महिला प्रधान मैसूरजहां खीरी जिला मुख्यालय से 18 कि.मी दूर फूलबेहड़ ब्लॉक की श्रीनगर ग्राम पंचायत में 08 गाँव है जिनमें करीब 10,000 हजार से ज्यादा आबादी है।
महिला प्रधान मैसूरजहां अपने सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में बताती हैं, “अभी भी लोगों में जागरूकता की कमी है। गाँव में उनको साफ-सफाई के फायदें बताना, शौचालय न बनवाने से होने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक करना है ताकि गाँव वाले साफ-सफाई को लेकर जागरुक हो। लेकिन अभी भी कुछ लोग ऐसे है जो इन चीज़ों को समझना भी नहीं चाहते है।
श्रीनगर ग्राम पंचायत में जगह जगह कूड़ेदान रखे हुए है, जिनमें ग्रामीण नियमित कूड़ा डालते है और उस कूड़े को समय-समय पर सफाईकर्मी हटाते है।कूड़ेदान रखने से होने वाले लाभ के बारे में श्रीनगर ग्राम पंचायत में रहने वाले रवि भार्गव बताते हैं, “अब हमारी ग्राम पंचायत साफ रहती है। गली-गली जो कूड़े के ढ़ेर लगे रहते थे वो अब नहीं लगते है। कूड़े की वजह गाँव में बरसात के समय पर पानी भरा रहता था और बदबू आती थी पर अब ऐसा नहीं है।
महिला प्रधान मैसूरजहां ने पुत्र के साथ मिलकर बदल दी गांव की सूरत
अपनी ग्राम पंचायत में ग्रामीणों को जागरुक करने के लिए मैसूरजहां बैनर, पैम्पलेट भी लगवाती है प्रधान मैसूरजहां बताती हैं, “साफ-सफाई को लेकर गाँवों की दीवारों में जगह-जगह स्लोगन लिखवाए है। पर्चें बनवाए है उनमें सफाई क्यों जरुरी है क्या बीमारियां होती है इसकी जानकारी भी दे रखी है। मैं पंचायत के सभी गाँव देखती हूं। सभी घरों में मैंने खुद अपने लड़के को साथ लेकर पर्चें बांटे है।
महिला प्रधान मैसूरजहां व ग्राम पंचायत सचिव न सिर्फ कूड़ेदान की व्यवस्था की है बल्कि गाँव को स्वच्छ बनाने के लिए नालियों को बनवाया है कही कही ढ़कवा दिया है महिला प्रधान मैसरजहां के इन प्रयासों से आज उनके गाँव में लोग साफ-सफाई को लेकर जागरुक हो रहे है।
महिला प्रधान मैसूरजहां व ग्राम पंचायत सचिव ने बदली गांव की तस्वीर
ब्लाक फूलबेहड में एक ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव ने अपनी मेहनत से गांव की सूरत ही बदल दी।
फूलबेहड ब्लॉक की श्रीनगर गांव बनी मिसाल!
दरअसल फूलबेहड ब्लॉक के श्रीनगर की हाई स्कूल पास महिला ग्राम प्रधान मैसूरजहां ने अपनी मेहनत से पूरे गांव की तस्वीर बदल दी है। गांव में खडंजा, ग्राम पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केंद्र, ऐनम सेन्टर नाली,नल रिबोर, शोक पिट व अन्य विकास कार्य पूरे पारदर्शिता के साथ कराए गये।
जबकि ऐनम सेन्टर निर्माण कर रंग-रोगन कार्य जारी है। गांव का सचिवालय हाईटेक बना है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। ग्राम प्रधान द्वारा बनवाये गए सचिवालय में सीसीटीवी से लेकर वाइस रिकॉर्डर, मीटिंग हॉल, प्रधान बैठक कक्ष और स्टोर रूम सब कुछ हाईटेक तरीके से बनाये गए हैं।
गांव में मौजूद प्राथमिक विद्यालय में बच्चों के वाटर कूलर के साथ साथ खेलकूद की व्यवस्थाएं भी उच्च दर्जे की है सरकारी हैण्ड पम्पो का रिबोर व विधालय की बाउण्ड्री वाल निर्माण व मरम्मत कार्य कराया गया व वृक्षारोपण कराया जा रहा है।
ग्राम प्रधान मनरेगा योजना के तहत तालाब भी बना हैं, जो कि शासन द्वारा बनवाये जा रहे अमृत सरोवर को टक्कर दे रहा है वहीं ग्राम प्रधान मैसूरजहां ने कहा कि हमने अपने गांव में विकास के सभी काम किये है।
महिला प्रधान मैसूरजहां कहती हैं जब कोई अधिकारी गांव आकर उनके द्वारा कराए गए विकास कार्यों की शाबासी देता है तो बहुत अच्छा लगता है और गांव में विकास करने की ललक जगती है।हमारा उद्देश्य है कि शासन की जो भी कल्याणकारी योजनाएं है उसे हर व्यक्ति तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।
ग्रामीण कर रहे हैं जमकर तारीफ
वहीं स्थानीय संवाददाता ने श्रीनगर वाशिंदों से चहुंमुखी विकास कार्यों के बारे में पूछा गया तो अंकित मिश्रा, इजाज, रामलखन,श्यामू यादव,अजमत खां, सुरेन्द्र भार्गव ने कहा कि ग्राम प्रधान बहुत अच्छा काम कर रही है ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव विकास को लेकर काफी सजग रहते है।
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