विशेष प्रतिनिधि, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
तांबापुर निवासी एक पांच साल मासूम बच्ची ने तपती धूप में जिंदगी का पहला रोज़ा रखा और शाम के समय सूर्य अस्त के साथ ही अफ्तार कर रोजा खोला। इस पावन अवसर पर उसने दुआएं मांगी की मेरा रोजा अल्लाह कुबूल कर और इंसानियत को कोरोना के कहर से बचा। ऐसा यकीन अपनी इबादत पर रखते हुए पांच वर्षीय आलिजा रियाज काकर ने रमज़ान का रोज़ा रखा।
मुसलमानों समेत सभी वर्ग में उसकी भूरी भूरी प्रशंसा की जा रही है। वालिद रियाज वजीर काकर, इमरान हाफिज काकर, उस्मान हमीद काकर, हुस्सनोद्देन मोईनुद्दीन काकर और मोहसिन शफीउद्दीन काकर ने उसे बधाई दी है।
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