नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
25 से 30 जनवरी के दौरान जलगांव जिले के जामनेर तहसील के गोदरी गांव में विशाल संत संमेलन होने जा रहा है। बताया गया है कि इस संमेलन के लिए देशभर से आठ राज्यों के मुख्यमंत्री, सैकड़ों साधु – संत, साधक पधारने वाले हैं। संमेलन के लिए महाराष्ट्र सरकार के ग्रामविकास, PWD, आरोग्य, मेडिकल साइंस, ऊर्जा, सहायता एवं पुनर्वास, राजस्व समेत आवश्यक मंत्रालयों की ओर से बुनियादी सुविधाओ के विकास के लिए करोड़ो रुपयो का फंड रिलीज किया गया है ! इस महान धार्मिक संत संमेलन के कारण बीते 30 सालो से विकास से वंचित रहे जामनेर के फत्तेपुर तोंडापुर जिला परिषद गुट के साथ विदर्भ, मराठवाड़ा विभाग के करीब 50 गांवों की सीमेंट डामर की पक्की सड़कें, पीने का पानी जैसी जरूरते एकदम से पूरी होने जा रही है। जहां सब कुछ ठीक ठाक है वहाँ PWD की ओर से बनाई जा रही सड़कों की घटिया गुणवत्ता ने सड़कों के दीर्घायु होने पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आप जब फ़रदापुर से तोंडापुर यानी औरंगाबाद विभाग से नासिक विभाग की ओर जाते हैं तब नई सड़क पर चलते हुए पुरानी सड़क को यह कहकर याद करते हैं की पुरानी सड़क काफी अच्छी थी, इस सड़क को डामर घेसु के मिश्रण से 2 इंच का लेयर डालकर रोलर से रोटी की तरह बेल दिया है। सड़क पर केम्बर गायब है, आपस मे मिलाए हुए सेंटर डिवाइडर जैसे दिख रहे हैं, जगह जगह पर रोलर से बेली गई यह सड़क उखड़ चुकी है। तोंडापुर पहुंचने पर खड़की नाले पर बना ब्रिज दिखेगा जिसकी मजबूती अच्छी है लेकिन नाले से सटकर पिचिंग वॉल के अभाव से पुल के दोनों तरफ ज़ीरो से मिलाकर बनाई जा रही सड़कों को वॉल सुरक्षा के अभाव से नाले में बह जाना है। ज़ीरो के आगे ढलान पर सड़क का WBM के बाद BBM किया जा रहा है जो बेसलेस होने के कारण कभी भी धंस जाएगा। इसके आगे आप सीधा गोदरी पहुंचते हैं बीच में विदर्भ विभाग के कुछ गांव हैं वहां भी हम सब का प्यारा विकास इसी प्रकार से भ्रष्टाचार की शक्ल में पहुँच चुका है। New India Time’s पाठकों तक इसी प्रकार से निरंतर ग्राउंड रिपोर्ट पेश करता रहेगा।
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