अबरार अहमद खान/मुकीज खान, भोपाल (मप्र), NIT:
भोपाल के ऐतिहासिक मोती मस्जिद की मीनार में लगे कलश चोरी होने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि कलश का कुछ हिस्सा पूण रूप से सोने का था और कुछ हिस्सा पीतल का जिस को अपराधियों ने सोने का हिस्सा गायब किया और बाक़ी वहीं छोड़ कर फरार हो गए। वहीं थाना तलैया पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
चोरी की खबर प्राप्त होते ही जमीअत की टीम मोहम्मद कलीम एडवोकेट, हाजी मोहम्मद इमरान हारून, हाफिज़ इस्माईल बेग, मुजाहिद मोहम्मद खान, आरिफ अली आदि ने मस्जिद परिसर पहुंच कर घटना की निंदा की है एवं दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही कर मामले की जांच की मांग की है। इस मैके पर जमीअत उलमा मध्यप्रदेश के प्रेस सचिव हाजी मोहम्मद इमरान हारून ने कहा कि जमीअत उलमा की टीम प्रदेश अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हारून साहब के मार्गदर्शन में वर्षों से मस्जिद में सुधार एवं सुरक्षा की मांग कर रही है लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया जिसका नतीजा आज सब के सामने है। हाजी मोहम्मद इमरान हारून का कहना है कि मोती मस्जिद परिसर में ही औकाफ शाही का कार्यालय है लेकीन उसके बावजुद मस्जिद की सुरक्षा के लिए कोई इंतेज़ाम नहीं है।
जमीअत उलमा मध्यप्रदेश ने औकाफ शाही पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि सिर्फ एक तरफ सुरक्षा जाली लगाने से ऐतिहासिक मस्जिद का संरक्षण नहीं हो सकता। मोती मस्जिद शहर की ऐतिहासिक विरासतों में से एक बहुत क़ीमती विरासत है ऐसी मस्जिदों का निर्माण करना आज के दौर में मुमकिन नहीं है। उनका कहना है कि वर्षों से मोती मस्जिद की तरफ कोई तवज्जो नहीं दी गई, मस्जिद के अंदर का हिस्सा बदरंग और फर्श बदहाल हो रहा है। ऐतिहासिक धरोहर धार्मिक स्थल का मीनार भी जजर्र होता नजर आने लगा है वहीं दूसरी तरफ सीढ़ियों के रास्ते में भी गंदगी और बदहाली नज़र रही है लेकिन इस बदहाली को न कोई देखने वाला है और न ही कोई न सुनने वाला है। हाजी इमरान हारून का कहना है कि कई बार हम ने औकाफ शाही को लिखित रूप एवं मीडिया के माध्यम से भी मोती मस्जिद की सुरक्षा की मांग उठाई पर मोती मस्जिद के ज़िम्मेदारों ने मस्जिद के संरक्षण व सुरक्षा को लेकर कोई ख़ास ध्यान नहीं दिया। हम फिर से औकाफ शाही के जिम्मेदारों से मोती मस्जिद में सीसीटीवी कैमरे एवं सुरक्षा के लिए सीढ़ियों पर चैनल गेट लगवाने एवं मोती मस्जिद बगिया की दीवार ऊंची उठाने एवं मोती मस्जिद पर भरपूर रोशनी लाइट और रंग रोगन मस्जिद के संरक्षण एवं मेंटेनेंस की मांग करते हैं।
जमीअत उलमा मध्यप्रदेश ने औकाफ शाही के अधीन आने वाली अन्य ऐतिहासिक मस्जिदों पर भी ध्यान देने की मांग की है हाजी इमरान ने कहा कि भोपाल की ऐतिहासिक मस्जिद के संरक्षण के लिए भोपाल के मुस्लिम समाज को भी आगे आना चाहिए सिर्फ ज़िम्मेदारों के भरोसे बैठना उचित नही और औकाफ शाही को मोती मस्जिद के संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए जिसके लिए एक बार फिर मांग को दोहराया गया है एवं मामले की पुनः रूप से जांच की मांग की है।
वहीं मोहम्मद कलीम एडवोकेट ने कहा कि तीनों दरवाज़ों की सीढ़ियों पर चेनल गेट होना ज़रूरी हो गया है रात्रि के नशेले ऊपर चढ़ कर ताकों में गंदगी करते हैं। उनका कहना है कि वर्षों से मस्जिद में सुधार कार्य नहीं हुए जिसके इंतेज़ाम मोती मस्जिद की देख रेख करने वाली इन्तेज़ामिया कमेटी औकाफ शाही को करना चाहिये। जिस की ओर इन्तेज़ामियाँ कमेटी ने कई वर्षों से ध्यान नहीं दिया जो अफसोसनाक है। औकाफ ए शाही के जिम्मेदारों का कार्यालय भी मस्जिद परिसर में है उसके बाद भी मस्जिद के हाल पर ध्यान नहीं दिया जा रहा और मोती मस्जिद औकाफ ए शाही के आधीन में है पर मस्जिद की देखरेख पर इन अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं गया जिसकी बड़ी जरूरत है. मस्जिद की सीढ़ियों पर चैनल गेट लगाए जाए न एवं सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से मस्जिद परिसर पर ध्यान रखा जाए एवं मस्जिद को रंग रोगन किया जाए अफसोस कि बात ये है कि मस्जिद में सेवा देने वाले मोअज़िन का कमरा भी बदहाल पड़ा है और मस्जिद का अंदुरुनी हिस्सा वर्षों से बद रंग हो रहा है कई दुकानों में नीचे पानी टपक रहा है जिससे मस्जिदों की बुनियाद को भी खतरा है।
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