साबिर खान, गुरुग्राम/नई दिल्ली, NIT:
मात्र 2 साल की दुधमुंही बच्ची की मां फरवरी माह से उत्तर प्रदेश पुलिस के चक्कर लगा रही थी। यह रोती बिलखती मां फरवरी से लेकर आज अप्रैल तक उत्तर प्रदेश के दर्जनों जिलों, राजस्थान और हरियाणा के चक्कर लगा चुकी है लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से हमेशा निराशा ही हाथ लगी। मथुरा की रहने वाली प्रीति सैनी के पति की मृत्य हो चुकी है। देवर रेप की कोशिश करता है, ससुर ने अश्लीलता की कसर नहीं छोड़ी। महिला के 3 बच्चे हैं। ससुर के ऊपर महिला ने मथुरा के गोवर्धन थाना में आईपीसी की धारा 354, 323, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी तो आज तक गिरफ्तार नहीं हुआ उल्टा आरोपी ससुर ने महिला के बच्चों को उठाकर राजस्थान और हरियाणा में छिपा दिया। महिला मथुरा में थाने से लेकर एसएसपी कार्यालय तक न्याय की गुहार लगा चुकी है लेकिन आज तक उसकी सुनवाई नहीं हुई। पूरा दिन, घंटे थाने और एसएसपी के दरवाजे पर फरियाद लिए बैठी रहती कोई सुनने वाला नहीं था। ऐसे में पीड़िता ने भीम सेना का दरवाजा खटखटाया। पीड़िता की मुलाकात एक प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश भीम सेना प्रदेश अध्यक्ष सीमा सिंह से हुई। इस पर भीम सेना मथुरा जिला अध्यक्ष डॉ० अनिल वीर ने कई बार मथुरा पुलिस के सामने पीड़ित महिला के लिए न्याय की गुहार लगाई। भीम सेना ने अपने स्तर कर कार्रवाई करते हुए रेस्क्यू टीम का गठन किया और सभी बच्चों को बरामद कर लिया।
पिछले दो दिन के अंतराल ने उत्तर प्रदेश भीम सेना प्रदेश अध्यक्ष सीमा सिंह के नेतृत्व में पीड़ित महिला प्रीति सैनी को साथ में लेकर दो बच्चे राजस्थान के भरतपुर से बरामद किए गए। जिसमें एक बच्चा मात्र 8 महीने का है और एक बच्चा मात्र 3 साल का है। शुक्रवार को भीम सेना को सूचना मिली कि महिला की एक मात्र 2 साल की बच्ची गुरुग्राम के भौंडसी थाना क्षेत्र के रिठौज गांव में छिपाकर रखी गई है। सूचना मिलते ही भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर ने एसीपी क्राइम प्रीतपाल से बात करके स्थानीय पुलिस की मदद ली। भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर ने निशा तंवर एडवोकेट के नेतृत्व में भीम सेना रेस्क्यू टीम का गठन करके भोंडसी थाना प्रभारी देवेंद्र और मारुति कुंज चौकी इंचार्ज जगदेव के साथ मिलकर संयुक्त ऑपरेशन तैयार करके 2 घंटे के भीतर बच्ची को बरामद कर लिया। भीम सेना रेस्क्यू टीम में निशा तंवर एडवोकेट, कोमल रावत, सोनम सिंह, एसीपी सोनू सिंह, तारिक अहमद और पुलिस टीम में मारुति कुंज चौकी इंचार्ज जगदेव, एएसआई धर्मवीर सिंह, कर्मबीर सिंह, कांस्टेबल रचना, सतीश मुख्य तौर पर शामिल रहे। भीम सेना और गुरुग्राम पुलिस के इस संयुक्त ऑपरेशन से एक मां को उसकी दुधमुंही बच्ची सकुशल वापिस मिल पाई है।
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