जमशेद आलम, भोपाल (मप्र), NIT:
बुर्का होगा तो नहीं लगेगा शासकीय इंदिरा गांधी अस्पताल में बच्चों को टीका, जी हां कुछ इसी तरह का मामला सामने आया है राजधानी भोपाल के शासकीय इंदिरा गांधी हॉस्पिटल में. इंद्रा गांधी हॉस्पिटल के कमरा नंबर 20 में बच्चों को टीके लगाए जाते हैं. हां मौजूद मीना अब्राहम नामक डॉक्टर द्वारा एक वर्ड बॉय को गेट पर ही खड़ा कर दिया गया है जो महिलाओं से कहता है की बुर्क़ा उतारकर अंदर जाएं और बच्चे को टीका लगवाएं, अगर कोई महिला बुर्का उतारने से मना करती है तो अंदर से मैडम का आदेश हो जाता है कि टीका नहीं लगाया जाएगा।
इस तरह की शिकायतें पिछले कई दिनों से प्राप्त हो रही थी. वहीं जब हमारे संवाददाता ने आज शासकीय इंदिरा गांधी हॉस्पिटल पहुंचकर पड़ताल की तो पता चला के इंदिरा गांधी हॉस्पिटल के कमरा नंबर 20 में बच्चों को टीके लगाए जा रहे हैं मगर सिलसिला वही चल रहा था, अगर महिला बुर्के में है तो कमरे के बाहर खड़ा व्यक्ति साफ तौर पर महिलाओं से कह रहा था पहले बुर्का उतारो फिर टीका बच्चे को लगवाओ. जब हमारे संवाददाता ने वहां मौजूद युवक से जानना चाहा ऐसा क्यों तो युवक द्वारा कहा गया कि अंदर से मैडम का आदेश है। अगर मैं ऐसा नहीं करता तो मैडम मेरे ऊपर फटकार लगाती हैं।
जब हमारे संवाददाता ने अंदर जाकर मैडम से बात की तो मीना अब्राहम नामक डॉक्टर वहां मौजूद थीं। उनके द्वारा कहा गया कि काले रंग पर ज्यादा बैक्टीरिया वायरस आते हैं और हमें ऊपर से आदेश है कि बुर्के में प्रवेश ना दिया जाए. जब हमारे संवाददाता द्वारा आदेश की कॉपी मांगी गई तो वह साफ तौर पर कहती नजर आईं की हमें कागजी तौर पर कोई आदेश नहीं आते, 2019 में हमें आदेश किया गया था व्हाट्सएप के माध्यम से और साथ ही उन्होंने कहा अगर आपको आदेश की कॉपी चाहिए तो आप जेपी अस्पताल जाएं और शुक्ला सर से बात करें।
वहीं देखने वाली बात तो यह है की वहां एक बड़ी लापरवाही भी नजर आई क्योंकि मीना अब्राहम नामक डॉक्टर जो बच्चों को टीका लगा रही थी आज सुबह ही उनके परिवार के चार व्यक्तियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उसके बाद भी मैडम शासकीय इंदिरा गांधी हॉस्पिटल में आकर बच्चों को टीका लगा रही हैं, क्या इससे बच्चों के लिए संक्रमण का खतरा नहीं बढ़ेगा???
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.