अशफाक कायमखानी, ब्यूरो चीफ, जयपुर (राजस्थान), NIT:
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास एक सक्षम मंत्रीमण्डलीय टीम की मौजूदगी के बावजूद उनके द्वारा विधायकों व सेवानिवृत्त ब्यूरोक्रेट्स को अपने सलाहकार के रुप में नियुक्त करने का सीलसीला लगातार जारी रहने के तहत कल सेवानिवृत्त हुये मुख्य सचिव निरंजन आर्य को मुख्यमंत्री ने अपना सलाहकार नियुक्त किया है।
मुख्यमंत्री को विभिन्न क्षेत्र के एक्सपर्ट लोगों से सलाह लेने के लिये उन्हें सलाहकार बनाने का पूरा अधिकार होता है लेकिन अक्सर नौ रत्नों की कहावत को सुना जाता था पर अब यहां तो नौ नहीं दस रत्न सलाहकारों के रुप मे काम करते रहेंगे। निरंजन आर्य के पहले सेवानिवृत्त ब्यूरोक्रेट्स के तौर पर डाॅ. गोविंद शर्मा, अरविंद मायाराम, डीबी गुप्ता को भी मुख्यमंत्री ने सलाहकार नियुक्त कर रखा है। सेवानिवृत्त ब्यूरोक्रेट्स के अलावा मुख्यमंत्री ने वर्तमान कांग्रेस व निर्दलीय विधायकों में से 6 विधायकों को भी अपना सलाहकार नियुक्त कर रखा है। जिनमें विधायक डाॉ. जितेन्द्र सिंह, दानिश अबरार, राजकुमार शर्मा, बाबूलाल नागर, रामकेश मीणा व संयम लोढा शामिल हैं। सलाहकार बनाये गये ब्यूरोक्रेट्स में डी.बी. गुप्ता व निरंजन आर्य राज्य के मुख्य सचिव रहे हैं।
कुल मिलाकर यह है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने इसके पहले के अपने दो कार्यकाल में मीडिया सलाहकार नियुक्त जरूर किया था लेकिन अबकी दफा मीडिया सलाहकार के पद पर किसी की नियुक्ति करने के बजाये सेवानिवृत्त ब्यूरोक्रेट्स व विधायकों को सलाहकार नियुक्त कर रहे हैं जिसकी चर्चा चारों तरफ चल रही है।
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