रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
फरियादिया लीला ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई की 2 अक्टूबर की शाम 06:40 बजे अपनी किराना दुकान पर थी कि इतने में कुछ अज्ञात बदमाश आये व 500/- रूपये देकर किराना सामान लिया जिसमें से 70/- रूपये काटकर 430/-रू. वापस देते समय फरियादिया के गले में पहनी सोने की चैन को झपट्टा मारकर छीनकर मोटरसायकल पर बैठकर भाग गये। फरियादिया व अन्य ने उनका पिछा किया किन्तु वह भागने में सफल रहे। इतने में नर्मदा बैंक के सामने अल्का सोनी दुकान में बैठी थी। वहाँ पर भी अल्का सोनी के गले पर झपट्टा मारकर सोने का मंगलसुत्र छीनकर मोटरसायकल पर बैठकर भाग गये। जिस पर थाना कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
चैन स्नेचिंग जैसी वारदात को देखते हुए पुलिस अधीक्षक झाबुआ आशुतोष गुप्ता द्वारा सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया. सीसीटीवी फूटेज के आधार पर एवं इस तरह की Modus Operandi किन आरोपियों की हो सकती है, जिसका पता लगाने हेतु पुलिस टीम को लगाया गया। इस हेतु झाबुआ पुलिस टीम लगातार प्रयास कर रही थी। झाबुआ से लगे आसपास के जिलों में मुखबीर मामुर किये गये। इतने में पुलिस टीम को एक सटीक जानकारी प्राप्त हुई कि करचट टांडा एवं ग्राम कदवाल बोरी अलीराजपुर के कुछ संगठीत आरोपी इस तरह की वारदात करते हैं। एक विशेष मुखबीर से यह पता चला कि इस क्षेत्र के कुछ तीन-चार लोग घटना के आसपास पारा क्षेत्र में देखे गये थे। जिस पर पुलिस टीम द्वारा उक्त व्यक्तियों की जानकारी निकाली गई। जानकारी पुख्ता होने पर एक नाबालिग आरोपी को पुलिस गिरफ्त में लिया गया। जिससे पुछताछ करने पर उसने अन्य साथी राहुल, गोलू एवं मनोज के साथ मिलकर उक्त चैन स्नेचिंग की घटना को करना कबूल किया। उक्त गैंग का मास्टर माइंड मनोज पिता नवलसिंह है। अपचारी द्वारा बताया गया कि उक्त घटना को अंजाम देकर मनोज ने उसे उसके हिस्से के 8,000/-रू. दिये, जिसे कि अपचारी की निशानदेही पर पुलिस द्वारा जप्त किया गया। बदमाश मनोज एवं अन्य दो आरोपियों को पकड़ने हेतु पुलिस टीम सरगर्मी से तलाश कर रही है.
बाल अपचारी (गिरफ्तार)
- राहुल पिता सज्जनसिंह बघेल निवासी बड़ी कदवाल बोरी अलीराजपुर(फरार)
- गोलू बामनिया निवासी करचट टांडा(फरार)
- मनोज पिता नवलसिंह बामनिया निवासी करचट टांडा(फरार).
संपूर्ण घटना का खुलासा करने में थाना प्रभारी कोवताली निरी. सुरेन्द्र सिंह गाडरिया, उनि सुनिता चौहान, उनि रामसिंह चौहान, प्रआर. रमेश, आर. राजेन्द्र, ऐलाम, सुरेश, मनोहर, रतन, गमतु, उमेश, सुरज, दिनेश एवं आर. 98 मंगलेश, आर. 552 महेश, आर. 573 संदीप, आर. 193 दीपक का सराहनीय योगदान रहा। उक्त टीम को पुलिस अधीक्षक झाबुआ द्वारा पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
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