गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ,अंबेडकरनगर (यूपी), NIT:
‘एक दलित महिला ने लगाई प्रशासन से न्याय की गुहार नहीं मिला न्याय तो, कर लूंगी आत्मदाह’ प्रमुखता से चली खबर को एसडीएम मोइनुल इस्लाम ने संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई के आदेश दिए. दलित परिवार के सामने बंद पड़े रास्ते पर किए गए अवैध कब्जे को एसडीएम के आदेश पर पुलिस बल की मौजूदगी में हटवा दिया गया। सख्ती के चलते किसी में विरोध करने की साहस नहीं हो सकी। इस कार्य से एक तरफ उस दलित परिवार को न्याय मिला, तो वहीं ग्रामीणों ने एसडीएम कि इस सराहनीय कार्य की खूब प्रशंसा की। अकबरपुर विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सभा कहरा सुलेमपुर जहां गांव के कुछ लोगों ने मिलकर एक दलित परिवार के रास्ते को बंद कर रखा था बीते कई दिनों से रास्ते को खुलवाने के लिए ग्रामीणों ने सम्मनपुर थाने में कई बार शिकायती पत्र दी गई अधिकारियों ने भी आदेशित किया मगर थाना अध्यक्ष के कानों में जूं तक नहीं रेगा पीड़ित मोहरा देवी पत्नी स्वर्गीय श्री राम ने बताया कि थाना अध्यक्ष से परेशान होकर डीएम से न्याय की गुहार लगाई जिस पर अकबरपुर एसडीएम द्वारा तहसीलदार जयप्रकाश यादव की मौजूदगी में भारी पुलिस बल के साथ रास्ते को खाली करवाया गया।पूरा मामला आपको बताते चलें कि पीड़िता मोहरा देवी पत्नी स्वर्गीय श्री राम ग्राम कहरा सुलेमपुर थाना सम्मनपुर ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई थी।पीड़िता ने बताया कि बरसों पुराने रास्ते को कुछ दबंगों ने जबरन बंद कर दिया जिससे कि परिवार कमरे में कैद हो गया है। जिस पर परिवार परेशान होकर प्रशासन को आत्मदाह की भी धमकी देती कि घुट- घुट के मरने से अच्छा है मैं प्रशासन के समक्ष आत्मदाह कर लूं। 16 सितंबर 2021 कि सुबह अकबरपुर एसडीएम मोइनुल इस्लाम के आदेश पर अवैध रूप से बने दीवार को गिराया गया और सार्वजनिक रास्ते को खुलवा दिया गया। और दोनों पक्षों को शांति व्यवस्था बनाए रखने की हिदायत भी दी।
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