रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान संघर्ष समिति झाबुआ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने डीजल, पेट्रोल तथा रसोई गैस के दामों में लगातार की जा रही बढ़ोतरी के खिलाफ मेघनगर नाका पेट्रोल पंप पर विरोध प्रदर्शन किया। “डीजल, पेट्रोल तथा रसोई गैस के दाम आधे करो”, “महंगाई बढ़ाना बंद करो”, “कॉरपोरेट की दलाली करना बंद करो”, “बीजेपी सरकार मुर्दाबाद”, “किसान- मजदूर -जन विरोधी सरकार मुर्दाबाद” के जोरदार नारे लगाए।
उपस्थित प्रदर्शनकारियों ने कहा की 2014 में क्रूड आयल के दाम 107 डॉलर प्रति बैरल थे, आज 78 डॉलर प्रति बैरल होने के बावजूद डीजल, पेट्रोल तथा रसोई गैस के दाम 2014 के मुकाबले लगभग दोगुना कर दिए हैं। रसोई गैस के दामों ने हर घर का बजट बिगाड़ दिया है तथा उज्जवला योजना से मिले गैस सिलेंडर आज दिखावे की चीज हो गए हैं।
डीजल के दाम बढ़ने से माल वाहनों का ढुलाई का भाड़ा बढ़ गया जिसका असर जरूरत की हर चीज के दामों पर पड़ रहा है । धीरे-धीरे महंगाई से 80% आम लोगों का जीना दूभर हो गया है।
काले कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली के बोर्डरों पर 7 महिनों से हर तकलीफ को झेलते हुए बैठे हैं। आन्दोलन में अब तक 500 से ज्यादा किसान शहीद भी हो चुके हैं लेकिन मोदी सरकार पूंजीपति घराने खास तौर पर अडानी-अम्बानी को लाभ पहुंचाने के लिए कानून वापिस नहीं ले रही है। किसान पहले से ही खेती की लागत ज्यादा होने के कारण कर्ज में डुबा हुआ है तथा आत्महत्या तक करने पर मजबूर हो रहे हैं ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार लगातार पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस व जरूरत की चीजों को महंगा कर रही है।
विरोध प्रदर्शन में किसान सघर्ष समिति के प्रदेश सचिव सामाजिक कार्यकर्ता राजेश वैरागी, जिलाध्यक्ष गोपाल डामोर, गणपत पाटीदार, पन्ना लाल पाटीदार, रतना हिहोर, रायसिंह परमार, कालु वसुनिया, बाहदुर कटारा, मथियास मेढा, बदिया भूरिया, गोपाल चौहान आदि सदस्य शामिल थे।
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