मिट्टी में दबे मजदूर की तलाश के लिए जयपुर से मैट्रो की पाइलिंग मशीन पहुंची कोलिड़ा, जिला प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव का कार्य अंतिम चरण में, आर्मी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस के कार्मिक हैं मौजूद | New India Times

अशफाक कायमखानी, सीकर/जयपुर (राजस्थान), NIT:

मिट्टी में दबे मजदूर की तलाश के लिए जयपुर से मैट्रो की पाइलिंग मशीन पहुंची कोलिड़ा, जिला प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव का कार्य अंतिम चरण में, आर्मी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस के कार्मिक हैं मौजूद | New India Times

सीकर के कोलिड़ा में बुढानियों की ढाणी में 22 जून को शौचालय की कुई खोदते समय शाम करीब 5 बजे मजदूर मनरूप मील मिट्टी धंसने से दब गया था तभी से जिला प्रशासन ने राहत कार्य लगातार जारी कर रखा है। इससे पहले एसडीआरएफ और अन्य तकनीकी टीमों ने कुई के बराबर गड्ढा खोदने के बाद उसमें पाईप डालकर मनरूप को निकालने का प्रयास किया लेकिन मिट्टी के ढहने से टीले बन गये थे अब फिर से जमीन लेवल कर दी गई है।
जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि 8 दिन से जारी मिट्टी में दबे मजदूर की तलाश के लिए मंगलवार को जयपुर से पीलर खोदने वाली मेट्रो की पाइलिंग मशीन, सिविल डिफेंस से लेकर आर्मी की टीम मजदूर मनरूप मील को बचाने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं। आर्मी की ओर से भी मेजर की टीम मौके पर मौजूद है। मजदूर मनरूप को निकालने के लिए ऑपरेशन अंतिम चरण में है। जिला प्रशासन व ग्रामवासी सभी उम्मीद जता रहे हैं कि आज मनरूप को निकाल लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि आसपास के गांवों के लोग भी प्रशासन को मदद कर रहे हैं।
जिला प्रशासन की ओर से एडीएम धारासिंह मीणा, एसडीएम गरिमा लाटा, सीओ राजेश आर्य, तहसीलदार योगेश अग्रवाल, पटवारी, गिरदावर, सिविल डिफेंस के सदस्य, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम, आर्मी, पंचायत, नगर परिषद के इंजीनियर और कर्मचारी सहित कई लोग मौजूद हैं।
आर्मी के मेजर सौरभ गर्ग ने बताया कि हम यहां पर ऑपरेशनल एडवाइज के लिए आए हैं। पिछला रेस्क्यू मिट्टी धंसने के कारण सक्सेज नहीं हो पाया, अब पाइलिंग मशीन बेस्ट ऑप्शन है। उम्मीद की जा रही है कि आज मनरूप को निकाल लिया जाएगा।


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